उत्तर प्रदेश में भाजपा संगठन में फेरबदल और योगी सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार की चर्चाएं चरम पर हैं। सूत्रों का दावा है कि राष्ट्रीय नेतृत्व इस पर आज रात या अगले एक-दो दिन में फैसला ले लेगा।
पंचायत चुनावों में मिली हार और कोरोना के बाद सरकार के प्रति उपजे आक्रोश को कम करने के लिए भाजपा हाईकमान चेक एंड बैलेंस की रणनीति अपनाने जा रहा है। पार्टी और संघ के सूत्रों की मानें अगले एक दो दिन में योगी सरकार के मंत्रीमंडल में सभी खाली पद भर दिए जाएंगे। इसके साथ ही संगठन में उठापटक की चर्चा भी जोरों पर है।
जिस चेहरे को बड़ी जगह मिलना तय माना जा रहा है उनका नाम है पूर्व आईएएस व एमएलसी अरविंद शर्मा। अरविंद शर्मा को एमएलसी बनाए जाने के बाद से ही बड़ा पद दिए जाने की चर्चा चल रही है। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि यह काम अब तक हो भी गया होता मगर केन्द्र और प्रदेश सरकार में बैठे दिग्गजों और संघ के बीच सहमति न बन पाने के कारण टलता रहा।
कोरोना काल में जिस तरह सरकार के प्रति जनता की नाराजगी बढ़ी उसका परिणाम पंचायत चुनाव के रूप में सामने आया। हालांकि भाजपा से जुड़े लोग यह दावा कर रहे हैं कि पिछले पंचायत चुनावों के मुकाबले उनकी सीटें काफी बढ़ी हैं। मगर पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि अगर पब्लिक का मूड नहीं बदला तो इसका असर आने वाले चुनाव नतीजों पर पड़ सकता है।
ऐसे में चर्चा यह भी है कि 2017 में पार्टी को बंपर जीत दिलाने वाले केशव प्रसाद मौर्या को एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। केशव प्रसाद की संगठन पर मजबूत पकड़ रही है और वह कार्यकर्ताओं के बीच खासे लोकप्रिय भी रहे हैं। मगर, यहां सवाल यह है कि वह उपमुख्यमंत्री का पद छोड़कर फिर से पांच साल पुरानी लड़ाई लड़ने को तैयार होंगे कि नहीं। पुरानी जिम्मेदारी दुबारा मिलने के बाद हाईकमान की नजरों में खुद को एक बार फिर से साबित करना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
अब बात मंत्रीमंडल विस्तार की
उत्तर प्रदेश में 19 मार्च 2017 को योगी सरकार बनी थीं। करीब ढाई साल बाद यानी 22 अगस्त 2019 को सरकार का पहला मंत्रीमंडल विस्तार हुआ था। कोरोना की पहली लहर में सरकार के मंत्री चेतन चौहान व कमल रानी वरुण और दूसरी लहर में राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप का निधन हो चुका है।
प्रदेश सरकार में अधिकतम मंत्रियों की संख्या 60 हो सकती है। इस वक्त सरकार में 23 कैबिनेट मंत्री, नौ स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 22 स्वतंत्र प्रभार मंत्री हैं। इस लिहाज से छह पद अभी खाली हैं। चर्चा है कि मंत्रीमंडल विस्तार में यह सभी पद भर दिए जाएंगे। वो चेहरे कौन होंगे, इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। मगर, अब तक तस्वीर साफ नहीं है।
आज शाम सात बजे राज्यपाल से मिलेंगे योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज शाम सात बजे राज्यपाल आंनदी बेन पटेल से मिलेंगे। वह उन्हें सबसे पहले प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी देंगे। सूत्रों की मानें तो दोनों के बीच मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर भी बातचीत हो सकती है। पार्टी सूत्रों से भी तमाम खबरें छनकर बाहर आ रही हैं। मगर, कोई भी किसी सूचना या चर्चा को पुष्ट करने को तैयार नहीं है।