नई दिल्ली। मंगलवार को रामनाथ कोविंद ने देश के 14वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने उन्हें शपथ दिलाई इसके बाद सम्मान में उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सहित सभी केन्द्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित रहें।
अपने पहले भाषण के में रामनाथ कोविंद ने देश की 125 करोड़ जनता का धन्यवाद किया उन्होंने कहा कि वे देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
राष्ट्रपति ने क्या कहा
मुझे भारत के राष्ट्रपति पद का दायित्व सौपनें के लिए आभार व्यक्त करता हूं सेंट्रल हॉल में मेरी कई स्मृतियां ताजा हो गई मैं संसद सदस्य रहा हूं इसी सेंट्रल हॉल में आपमें से कई लोगों के साथ विटार विमर्श किया है सहमती असहमती के बीच यहीं एकदूसरे के विचारों का सम्मान करना सीखा यही लोकतंत्र की खूबसूरती है।
- मैं छोटे से गांव से आया हूं मैं मिट्टी के घर में पला बढ़ा हूं हमारे देश की भी यही गाथा रही है।
- हमारी सेना पुलिस किसान वैज्ञानिक शिक्षक युवा और महिलाएं सभी राष्ट्र के निर्माता हैं।
- देश की संस्कृति पंरपरा और अध्यात्म पर गर्व है।
- विचारों का सम्मान लोकतंत्र की खूबी है हमारी विविधता ही हमें महान बनाता है हम बहुत अलग है लेकिन फिर भी एक और एकजुट हैं।
- हमें गांधी जी और दीनदयाल उपाध्याय के सपनों के भारत का निर्माण करना है।
- वे आदिवासी जो हमारे पर्यावरण की रक्षा कर रहे है वे राष्ट्र निर्माता हैँ।
- मंगल तक देश के अंतरिक्ष मिशन को ले जाने वाला राष्ट्रनिर्माता।