गुवाहाटी। असम के सात जिलों में पिछले कुछ दिनों से आई बाढ़ से एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा कि लखीमपुर, नागांव, गोलाघाट, मोरीगांव, विश्वनाथ, बारपेटा और जोरहाट जिलों के 213 गांवों के कुल 112,307 लोग शुक्रवार देर रात तक बाढ़ में फंसे रहे।
राज्य मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में आने वाले दिनों में अधिक बारिश के कारण स्थिति और बदतर हो सकती है। अधिकारी ने कहा, “जोरहाट, गोलाघाट और लखीमपुर जिले की स्थिति बदतर हो सकती है, जहां जिला प्रशासन ने छह राहत शिविर खोले हैं, जिनमें एक हजार से अधिक प्रभावित लोगों के रहने की व्यवस्था है।”
अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री भेजने के लिए कहा गया है। खबर है कि गांव और खेत बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। सरकार के अनुसार, राज्य में बाढ़ के कारण 6,978.63 हेक्टेयर भूमि पर खड़ी फसलें प्रभावित हुई हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी नीमतिघाट (जोरहाट जिला) में और धुबरी जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। शिवसागर में दिखाव नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और और धनसिरी नदी गोलाघाट और नुमालीगढ़ में खतरे के निशान से ऊपर है। जोरहाट में जिला प्रशासन ने बचाव कार्य में मदद के लिए सेना को बुलाई है। राज्य में बाढ़ का पानी तटबंधों तक पहुंच गया है, जिसके कारण लोगों की चिंता बढ़ गई है।
(आईएएनएस)