लखनऊ। केजीएमयू में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढाई शुरू हो गई है। ऐसे में केजीएमयू प्रशासन रैगिंग को लेकर पूरी तरह से सख्त है।
एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों का एक माह से आनलाइन फाउंडेशन कोर्स चल रहा था। एक फरवरी को कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डा. बिपिन पुरी ने उन्हें एप्रिन पहानाई और शपथ दिलाई गई। मंगलवार को छात्रों ने एनोटामी, फिजियोलॉजी और पैथोलॉजी विभाग का भ्रमण किया। उन्हें लैब के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। छात्रों के हॉस्टल से क्लास रूम तक पहुंचने के लिए बाउंसर भी लगाए गए हैं। पूरे परिसर में रैगिंग रोकने के लिए चीफ प्रॉक्टर व प्राक्टोरियल बोर्ड के नंबर जारी किए गए हैं। चीफ प्राक्टर प्रो आरएएस कुशवाहा ने बताया कि रैगिंग के बारे में छात्रों को लगातार जागरुकत किया जा रहा है। इससे पहले दो सत्र में उन्हें नियमों केबारे में जानकारी दी जा चुकी है। सीनियर छात्रों को ताकीद किया गया है कि यदि वे रैगिंग में संलिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रात के वक्त भी हास्टल की निगरानी की जा रही है