नई दिल्ली। पाकिस्तान में धर्म के आधार पर अत्याचारों का सामना करने के बाद भारत में शरण लेने आए पाकिस्तान के 431 हिंदुओं को मोदी सरकार ने राहत दी है। मोदी सरकार के इस नए फैसले के बाद ये 431 लोग भारत में पैन कार्ड और आधार कार्ड हासिल करने के साथ-साथ प्रॉपर्टी भी खरीद सकते हैं। हालांकि संवेदनशील इलाकों में संपत्ति के खरीद-फरोख्त की अनुमति सरकार ने इन लोगों को नहीं दी है।
सरकार के इस आदेश के बाद गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि केंद्र सरकार ने हालिया नीति के तहत पाकिस्तान के साथ-साथ अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन , पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारत का लंबी अवधि का वीजा जारी करने के आदेश दिए हैं। सरकार का मानना है कि इन लोगों के साथ वहां पर भेदभावपूर्ण बर्ताव होता है। इसी के साथ सरकार ने इन लोगों को एक राज्य से दूसरे राज्य में काम के लिए आने-जाने की अनुमति भी प्रदान कर दी है।
पाकिस्तान से आए ये लोग भारत में ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवा सकते हैं। रिजर्व बैंक की अनुमति के अलावा ये लोग अपने बैंक खाते भी खुलवा सकते हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तान के 1800 अहमदिया समुदाय के लोगों को भारत में आने की अनुमति दे दी है। ये लोग पंजाब के गुरदासपुर जिले में होने वाले जलसा सालाना में शिरकत करने आ रहे हैं। पिछले साल इन लोगों को वीजा जारी नहीं किए गए थे जबकि 2015 में ऐसे पांच हजार वीजा जारी किए गए थे।