मेरठ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के सौ दिन में प्रदेश को गड्ढा मुक्त करने के वादे की पोल खुलती जा रही है। ताजा मामला मेरठ और बागपत के बीच बनी सड़क का है। यहां गड्ढा मुक्त तो दूर कहीं-कही पर तो सड़क ही नहीं है। इन सड़कों को देखकर लग रहा है कि प्रदेश में काम सिर्फ कागजों में ही होता है। मेरठ से लेकर बागपत तक बनी पूरी सड़क पर नजर आ रहे गड्ढे सरकार की पोल खोल रहे हैं।
दरअसल 2017 के विधानसभा चुनाव के समय बीजेपी ने जोरो-शेरो से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो प्रदेश की सड़कों को अमेरिका और सिंगापुर की तरह बना दिया जाएगा। बीजेपी के नेताओं ने कहा था कि अगर हमारी सरकार बनी तो हम सौ दिन के अंदर प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त कर देंगे। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी सड़कों का हाल जस का तस बना हुआ है। इन गड्ढों के कारण सड़के हादसों का कारण भी बन गई हैं। रात के समय इन गड्ढों के कारण वाहन चालक को वाहन खाफी सभंल कर चलाना पड़ता है।
गौरतलब है कि हाल ही में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बाराबंकी के दौरे पर थे। यहां वे हैदरगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्र में किसान कल्याण कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने आए थे, लेकिन हैदरगढ़ जाने के लिए जिस रास्ते से मौर्य का काफिला निकला उसकी हालत देखकर वह खुद हैरान रह गए। सड़क पर गड्ढों का जाल बिछा हुआ था और डीप्टी सीएम की गाड़ी हिचकौले खाते हुए बाराबंकी पहुंची थी।इस हालत पर जब उपमुख्यमंत्री से सवाल किया गया तो उनके पास कोई जवाब ही नहीं था।