नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने टीपू सुल्तान को लेकर ऐसा बयान दिया है, जो उनकी पार्टी की सोच से बिल्कुल भिन्न है। बीजेपी कर्नाटक में टीपू जयंती का विरोध कर रही है। वहीं मौर्या ने कहा है कि जिन लोगों ने हमारे देश का निर्माण करने में योगदान दिया था और हमें अंग्रेजों से स्वतंत्रता दिलाने करने में मदद की उनको सम्मान दिया जानी चाहिए। स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा, ‘टीपू सुल्तान ने ब्रिटिश ताकतों के खिलाफ लड़ने में भी योगदान दिया था। इसलिए, मेरा मानना है कि जिन लोगों ने हमारे देश का निर्माण करने में योगदान दिया था और हमें अंग्रेजों से आजादी दिलाने में मदद की उनका सम्मान किया जाना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘टीपू सुल्तान, जो नफरत का प्रतीक था, उसके लिए राज्य सरकार द्वारा कार्यक्रम आयोजित करना आश्चर्यजनक है। हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि जिसने चर्च और मंदिरों को नष्ट किया, हजारों ईसाइयों और हिंदुओं को मार डाला, उसकी राज्य सरकार द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर कैसे प्रशंसा की जा सकती है? कर्नाटक में बीजेपी और दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य में शनिवार को टीपू जयंती मनाई गई।
वहीं टीपू सुल्तान 18वीं सदी में मैसूर रियासत के शासक रहे थे। उनका जन्म दिवस राज्य में टीपू जयंती के तौर पर मनाया जा रहा है। अंग्रेजों की सेना से अपने श्रीरंगपट्टनम किले को बचाते हुए वह मई 1799 में मारे गए थे। कोडागू जिला में साल 2015 में जब पहली बार आधिकारिक तौर पर टीपू जयंती मनाई गई थी, तब वहां बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा हुई थी।