अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 27 जुलाई को भारत आ रहे हैं। बाइडन प्रशासन के सत्ता में आने के बाद वहां के विदेश मंत्री का ये पहला दौरा है। इससे पहले अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन मार्च में भारत आए थे। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मई में अमेरिका का दौरा किया था।
एस जयशंकर-अजीत डोभाल से मिलेंगे ब्लिंकन
बता दें 28 जुलाई को ब्लिंकन विदेश मंत्री एस जयशंकर और अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे। हालांकि उनकी मुलाकात पीएम मोदी से होगी या नहीं अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका
एंटनी ब्लिंकन 26 से 29 जुलाई तक एशिया के दौरे पर हैं। इस दौरान वह भारत के अलावा कुवैत की भी यात्रा करेंगे। इस यात्रा से पाकिस्तान को एक बड़ा झटका लगा है। अमेरिकी विदेश मंत्री ऐसे समय में भारत आ रहे हैं जब तालिबान मुद्दे पर पूरे विश्व की नजर है। ऐसे में भारत तालिबान को लेकर अपनी चिंता जता सकता है।
चीन की नीतियों के खिलाफ होगी चर्चा
यह दौरा ऐसे समय में भी हो रहा है जब भारत और अमेरिका दोनों देशों के चीन से संबंध थोड़ी खराब हैं। ऐसे में चीन की विस्तारवादी नीतियों के खिलाफ दोनों देशों की साझा रणनीति पर भी चर्चा पर सबकी नजर होगी।
पीएम मोदी भी जा सकते हैं अमेरिका
वहीं सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्री के भारत दौरे के बाद पीएम मोदी के अमेरिका के दौरे को अंतिम रूप दिया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक अगर कोरोना से हालात काबू में रहे तो इस पर विचार हो सकता है। याद हो कि पिछले दिनों अमेरिका के उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने पीएम मोदी से बात कर अमेरिका आने का न्योता दिया था। जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी का पहला अमेरिका दौरा हो सकता है।