नई दिल्ली: योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के दावे तो बहुत करती है पर सभी दावे खोखले होते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के एक गांव का है जहां एक बड़ा ही सनसनीखेज मामाला सामने आया है। यहां के कुरारा थाना क्षेत्र की महिला ने चार दबंगों पर गैंगरेप और निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाने का आरोप लगाया है।
महिला का यह भी कहना है कि आरोपियों ने उसे जान से मारने के कई प्रयास किए लेकिन वह किसी तरह से बच निकली। वहीं घायल महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा है। जब यह पूरी घटना हो रही थी तब किसी भी ग्रामीण की हिम्मत नहीं हुई कि कोई उस महिला को बचा सके। इस बीच किसी ने पुलिस को पूरे मामले की सूचना दे दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने साधारण मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। जिसको लेकर पुलिस की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। हाईकोर्ट का आदेश है कि महिला द्वारा रेप के आरोप लगाने भर से पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू करनी चाहिए लेकिन इस मामले में पुलिस ने न महिला का मुकदमा दर्ज किया और न ही उसका मेडिकल करवाया।
बल्कि मामले को मारपीट की धाराओं में तब्दील कर रफा-दफा कर दिया। वहीं इस मामले में हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह का कहना है कि रविवार को कुछ लोगों द्वारा महिला के साथ मारपीट और रेप करने की शिकायत मिली थी। सीओ सदर मामले की जांच कर रहे हैं।