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आजमगढ़ सीट पर क्या है जनता का रुझान, निरहुआ होगा पार या गठबंधन की बनेगी सरकार

Azamgarh seat loksabha nirahua akhilesh आजमगढ़ सीट पर क्या है जनता का रुझान, निरहुआ होगा पार या गठबंधन की बनेगी सरकार

संवाददाता, आजमगढ़। देश में चुनाव का दौर चल रहा है और ऐसे में प्रत्याशी अपनी-अपनी गोटियां सेट करने में लगे हैं लेकिन इस बार का नजारा जरा अलग है जानते हैं क्यों? क्योंकि इस बार सिनेस्टार, भोजपुरी के कलाकार और सियासत के जमाखोरों ने बहुत ही रोचक रास्तों से होकर स्वयं को गुजारना शुरू कर दिया है।

एक तरफ मौजूदा की केंद्र सरकार है तो दूसरी तरफ महागठबंधन के तेज तर्रार…….. नेताओं का जमघट…. आरोप-प्रत्यारोप, कहासुनी और भाई भतीजावाद के साथ लोकसभा2019 की कहानी बेहद रंगीन होती जा रही है

कोई कच्छा का रंग पहचान रहा है तो कोई अली और बजरंगबली पर चुनाव आयोगी की फटकार खा रहा…. कुछ लोग वोट पाने की कटेगरी में बांटकर गांवों के वाशिंदों पर दबाव बना रहे तो वहीं कुछ लोग नाम लिए बिना सियासत को गंदे माहौल को बनाए रखने में में पूरी तल्लीनता से जुटे हैं।

इसी बीच उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की एंट्री और यादव बिरादरी के भोजपुरी स्टार निरहुआ का आजमगढ़ में डेरा डालना…. इन सबके बीच महागठबंधन की ओर से अभी तक प्रत्याशी का चेहरा स्पष्ट न होना बेहद दिलचस्प और चुनाव में और भी रुचि पैदा कर रहा है।

आजम गढ़ की सीट पर एक नजर

आजमगढ़ भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ मण्डल के तीन जिलों में से एक जिला है। इसका जिला मुख्यालय आजमगढ़ है। कुल 46 लाख से अधिक की जनसंख्या वाले जनपद आजमगढ़ का प्राचीन नाम आर्यमगढ़ था। तमसा के पावन तट पर स्थित यह जनपद आज़मगढ़ अनेक ऋषियों की पावन पुण्य भूमि है। आज़मगढ़ जनपद उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है, जो गंगा और घाघरा के मध्य बसा हुआ है। यह जनपद आदि काल से ही मनीषियों, ऋषियों, चिन्तकों, विद्वानों और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्म स्थली रही है। आजमगढ़ का संबंध वीर कुँवर सिंह से भी रहा है, जिन्होने 1857 के महाविद्रोह में अंग्रेजों से संघर्ष किया था। इस जनपद को नवाब आज़मशाह ने बसाया था, इसी कारण इसका नाम आज़मगढ़ पड़ा। 15 नवम्बर 1994 को चौदहवें मण्डल के रूप में “आजमगढ़ मण्डल” का सृजन किया गया। आजमगढ़ जिले में आठ तहसीले है। जो लालगंज, सदर, सगड़ी, मेंहनगर, बूढ़नपुर, निजामबाद, मार्टीनगंज व फूलपुर है। सबसे बड़ी तहसील निजामबाद है। आज़मगढ़ में 22 ब्लॉक है। 10 विधानसभा वह 2 लोकसभा सीट है, 2 नगरपालिका व 11 नगर पंचायत भी है।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिहं यादव यहां से जीते थे उन्हें कुल 3 लाख 40 हजार 306 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंदी और बाहुबली सांसद रमाकान्त यादव को 2 लाख 77 हजार 102 वोट मिले थे। इस तरह से मुलायम सिंह यादव ने कुल 63 हजार 204 वोटों से जीत दर्ज की थी। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां की जनसंख्या 9 लाख 15 हजार 157 थी जो इस बार कुछ बढ़ भी सकती है।

दिनेशलाल यादव के आने से यादव विरादरी में खासा परिवर्तन देखा जा रहा है वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के यहां से चुनाव लड़ने पर अभी कोई स्थिति स्पष्अ होती प्रतीत नहीं हो रही है ऐसे में भाजपा के लिए मुफीद अवसर बनता जा रहा है….. लेकिन समाज का एक वर्ग ऐसा भी है जो निरहू को सिर्फ गायन और अभिनय के क्षेत्र में ही देखना चाहता है लिहाजा उनके चुनाव लड़ने पर सहमत होता प्रतीत नहीं हो रहा है।

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