नई दिल्ली। यौन शोषण के मामले में 10-10 साल की कैद और 15-15लाख जुर्माने की सजा पाए डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम-रहीम की जेल की पहली रात बड़ी ही खामोशी से बीती। सूत्रों की माने तो पूरी रात राम-रहीम जेल के बैरक में चक्कर काटता रहा । मखमली बिस्तर पर सोने का आदी राम-रहीम जेल के भीतर सो नहीं पाया।
जेल के सूत्रों की माने तो रात में उसे खाने में 4 रोटी और सब्जी दी गई थी। लेकिन उसने आधी रोटी और थोड़ी सी सब्जी खाई है। जेल प्रशासन ने उसे एक नया कैदी नम्बर 8647 दिया है। डेरा के प्रमुख के तौर पर अरबों की सम्पत्ति बनाने वाले राम-रहीम गुरूमीत को फैक्ट्री में माली का काम करना होगा। जिसमें उसे मेहनताने के तौर पर 40 रूपए रोज मिलेंगे। सोमवार को जेल में लगी सीबीआई की विशेष कोर्ट ने राम-रहीम को अपनी तो शिष्याओं के साथ बलात्कार करने के मामले में अलग-अलग सजा सुनाई है।
इस मामले में डेरा प्रमुख को 10-10 साल की जेल यानी 20 साल की जेल और 15-15 लाख जुर्माना यानी 30 लाख जुर्माना अदा करने का हुकम दिया है। राम-रहीम को ये सजा 18 साल पहले डेरा प्रमुख रहते हुए अपनी शिष्यों के साथ रेप करने के मामले में दिया गया है। जिस वक्त डेरा प्रमुख को कोर्ट में मौजूद जज ने सजा सुनाई तुरंत ही वह वहीं बैठ गया और रोने लगा । उसने जज से कई बार रहम करने की गुहार लगाई। इसके बाद जेल के वार्डन ने उसे वहां से हटाया।