- संवाददाता, भारत खबर
मेरठ। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार को यह नहीं पता था कि उसका प्रयास इतना पॉपुलर होगा। लोगों ने इस संदेश को अपने दिलों से जोड़ लिया है और अब सीधा असर कांवड़ यात्रियों पर भी देखा जा रहा है। कांवड़ियों में वैसे तो विभिन्न प्रकार के ड्रेस पहन कर यात्रा करते आपने देखा होगा लेकिन किसी कांवड़िये को आपने बेटी को बचाने और शिक्षित करने का संदेश देने वाला चोला पहने नहीं देखा होगा।
मेरठ के शास्त्रीनगर के रहने वाले संजय राणा कांवड़ यात्रा कर जल लेने हरिद्वार रवाना हुए हैं उन्होंने इस बार अपनी टी-शर्ट पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया है, उनका मानना है कि समाज में बेटियों की शिक्षा का पक्षधर हम सभी को होना चाहिए और वो ऐसे लोगों के खिलाफ भी हैं जो कन्याओं को गर्भ में ही मार देते हैं और नवरात्रों में कन्या भोज के लिए लड़कियों को ढूढते हैं। समाज को उन लोगों का सम्मान करना चाहिए जो लड़कियों को शिक्षित करने में मदद करते हैं।