कई पार्टियों ने किया वेंकैया नायडू का समर्थन
लोकसभा में अभी 541 सांसद हैं लेकिन दो संसदीय क्षेत्रों की सीट अभी खाली पड़ी हुई है। दूसरी तरफ राज्यसभा में 243 सासंद मौजूदा वक्त में हैं। राज्यसक्षा में भी दो सीटें रिक्त पड़ी हुई है। जिसके बाद परिणाम यह निकलता है कि राज्सभा और लोकसभा को मिलाकर कुल 785 सांसद हैं। ज्यादातर वोट एनडीए के पाले में होने के कारण यह कहा जा रहा है कि इस रेस में एम वेंकैया नायडू विपक्ष के उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी को पछाड़ने में कामयाब हो सकते हैं।
जहां एक तरफ उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के पास काफी कम वोट हैं तो दूसरी तरफ एनडीए के पास वोटों की भरमार है। 406 सांसदों का बीजेपी की तरफ सीधे समर्थन मिलने के बाद अब एआईडीएमके, बीजेडी, टीआरएस जैसी दिग्गज पार्टियों के अलावा अन्य कई सारी पार्टियों ने वेंकैया नायडू को समर्थन देने का ऐलान किया है। वोटों का गणित यह बताता है कि यूपीए के पास कुल मिलाकर सिर्फ 206 सांसदों का ही समर्थन है। साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बीजेपी यहां पर भी विपक्ष को करारी हार देने में सफल हो जाएगी। वोटों के गणित के अनुसार गोपाल कृष्ण गांधी की इस चुनाव में हार लगभग तय ही मानी जा रही है।