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BJP-RSS की बैठकों पर अखिलेश यादव का तंज, कहा- हाथ से सत्‍ता फिसलती देख…

BJP-RSS की बैठकों पर अखिलेश यादव का तंज, कहा- हाथ से सत्‍ता फिसलती देख...

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ (RSS) की बैठकों को लेकर तंज कसा है। उन्‍होंने कहा कि, प्रदेश की जनता का सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के प्रति गहराते असंतोष से शीर्ष नेतृत्व भलीभांति परिचित हो गया है।

सपा सुप्रीमो ने कहा कि, आगामी विधानसभा चुनाव में उसके हाथ से सत्ता फिसलती देख हताश-निराश भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की एक माह में चित्रकूट, वृंदावन और लखनऊ में बैठकें हुई हैं। इन बैठकों का एजेंडा साजिशी रणनीति बनाना है, ताकि किसानों और करोड़ों बेरोजगार नौजवानों से किए गए वादों को किसी तरह भुलाया जा सके। इन बैठकों में लोगों को बहकाने के लिए नये-नये तरीके ढ़ूंढे जाएं।

बैठकों में गुमराह करने की रणनीति बन रही: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा कि, दरअसल भाजपा की मुसीबत यह है कि साढ़े चार साल की सरकार में भी उसके पास गिनाने के लिए एक भी योजना नहीं है। प्रशासन पर उसकी पकड़ न होने से हर मोर्चे पर विफलता मिली है। हवाई वादों और कागजी सफलताओं के प्रचार से जनता ऊबी हुई है। भाजपा का मातृ संगठन इन हालातों से चिंतित है और लगातार चिंतन-मनन में जुटा है। इन बैठकों से अब तक एक ही निष्कर्ष निकला है कि गुमराह करने की रणनीति ही काम आएगी।

यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि, भाजपा ने अपने 2017 के संकल्प-पत्र (घोषणा-पत्र) में जो भी वादे किए थे, वे सभी धूल चाट रहे हैं। किसानों को उनकी फसल का लाभप्रद मूल्य दिलाने, उनकी आय दुगनी करने के वादे थे पर भाजपा की सरकार ने उल्टे उन पर तीन काले कृषि कानून लाद दिए। इन कानूनों का लाभ पूंजी घरानों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को मिलना है, जबकि किसान की खेती का स्वामित्व भी उसके हाथ से निकल जाएगा।

भाजपा राज में महिलाओं का जीवन असुरक्षित

उन्‍होंने कहा कि, करोड़ों युवाओं को रोजगार देने का वादा भी हवा में झूलता रहा। महिलाओं के सम्मान की सिर्फ चर्चा की गई, उन्हें भाजपा राज में सबसे ज्यादा दुष्कर्म, अपहरण और हत्या का शिकार होना पड़ा है। महिलाओं का मान-सम्मान और जीवन असुरक्षित है। व्यापारियों के साथ लूट और हत्या की घटनाएं होती रही हैं।

भाजपा की वादों की भूलभुलैया जब बेनकाब होने लगी है तो भाजपा के साथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सत्ता पर काबिज होने के लिए व्याकुल हो उठा है। चित्रकूट में 5 दिन, वृंदावन में 5 दिन की कार्यशाला के बाद लखनऊ में मैराथन बैठकों से जाहिर हो गया है कि भाजपा के समानांतर आरएसएस है और भाजपा उसकी कठपुतली है। इन दोनों के चंगुल से लोकतंत्र को मुक्त कराने का काम समाजवादी पार्टी ही कर सकती है।

2022 में सपा सरकार पर जनता का भरोसा: अखिलेश  

सपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, आगामी विधानसभा चुनाव लोकतंत्र, संविधान और समाजवाद तीनों की सुरक्षा के लिए लड़े जाएंगे और भाजपा की तानाशाही व्यवस्था को रास्ता दिखाया जाएगा। जनता किसी भुलावे में नहीं आने वाली है। प्रशासन की ताकत से 15 प्रतिशत की स्वार्थपूति के लिए 85 प्रतिशत को दासता की बेड़ियों में जकड़े रखने की भाजपाई-संघी साजिशों का जनता मुंहतोड़ जवाब देगी। 2022 में समाजवादी सरकार पर ही जनता का भरोसा है।

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