उत्तराखंड। उत्तराखंड में भूकंप के झटके आना कोई नई बात नहीं है, लेकिन आजकल उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमोली के एक ही भू-भाग पर लगातार भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे हैं। और लोगों के घरों को इनका सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण कई घर जमीन पर धराशाही भी हो गए।
वैज्ञानिकों के अनुसार यहां की जमीन से भूकंपीय ऊर्जा की मात्रा समानीय तौर से अधिक है, जिसकी वजह से वहां की जमीन 18 मिलीमीटर की दर से सिकुड़ रही है और भूकंप के झटकों के रूप में बाहर की ओर निकल रही है। इसीलिए, पिथौरागढ़ और चमोली के कुछ चुनिंनदा भू-भागों पर भूकंप आ रहे है। जबकि परीक्षण कर यह पाया गया कि इन क्षेत्रों के अलावा बाकि क्षेत्र महज 14 मिलीमीटर प्रति वर्ष के हिसाब से सिकुड़ रहा है। ऐसी संभावनाएं जताई जा रही है कि, भविष्य में विराट रूप ले सकती है और एक भयानक भूकंप के रूप में देखी जा सकती है।