उत्तराखंड सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर 175 कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले को राजभवन से भी अनुमति मिल चुकी है। जानकारी के मुताबिक सबसे अधिक 63 कैदी जिला कारगर हरिद्वार से रिया किए जा रहे हैं।
राजभवन से मिली अनुमति
प्रदेश सरकार के फैसले को लेकर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य के विभिन्न कारागारों में लंबे समय से सजा काट रहे कैदियों को समय पूर्व रिहा करने के प्रस्ताव को अनुमति दे दी है।
इतनी बड़ी संख्या में पहली बार कैदियों को किया जाएगा रिहा
आपको बता दें उत्तराखंड के गठन के बाद यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में एक साथ कैदियों को रिहा किया जा रहा है। इस फैसले के मुताबिक जिन कैदियों को रिहा किया जाएगा। उनमें एक पिछले 47 वर्षों से अधिक समय से सजा काट रहा है। 7 अन्य कैदी 40 वर्षों से अधिक अवधि से विभिन्न कारागारों में सजा काट रहे हैं।
इन कैदियों को किया जा रहा है रिहा
जानकारी के मुताबिक रिहा किए जा रहे 26 कैदी 30 वर्ष से अधिक की सजा काट चुके हैं। वहीं 9 महिला कैदियों को समय से पूर्व मुक्त किए जाने को अनुमति दी गई है।
सम्पूर्णानन्द शिविर, सितारगंज से 27 कैदियों, केन्द्रीय कारागर ऊधमसिंहनगर 52, जिला कारागार हरिद्वार 63, जिला कारागार पौड़ी और जिला कारागार चमोली से 1-1, केन्द्रीय कारागार बरेली उत्तर प्रदेश 02, केन्द्रीय कारागार वाराणसी उत्तर प्रदेश 01, केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ उत्तर प्रदेश से 1 कैदी एवं 23 अन्य कैदियों को रिहा किया जाएगा। कैदियों को राज्यपाल ने दया एवं उनके अच्छे आचरण के आधार पर समय पूर्व मुक्त किए जाने की मंजूरी दी है।