नगर निगम की बोर्ड बैठक जंग का मैदान बन गया। बैठक के दौरान पार्षदों के दो गुट आपस में भिड़ गए। वहीं, दूसरी तरफ बैठक के बाहर वेतन वद्धि की मांग कर रहे सफाई कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया।
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मेरठ: नगर निगम की बोर्ड बैठक बनी जंग का मैदान,बोर्ड बैठक के बाहर सफाई कर्मचारियों का हंगामा
नगर निगम की बैठक में सफाई कर्मचारी हंगामा करते हुए घुस आए। हंमामे के बीच नगर आयुक्त ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा खुद को बचाने के लिए एसपी सिटी कार्यालय में घुस गए। इसके बाद सफाई कर्मचारियों ने एसपी सिटी कार्यालय के बाहर भी हंगामा शुरू कर दिया। काफी मशक्कत के बाद एसपी सिटी ने बीच-बचाव करके मामला शांत कराया।
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— Nitin Gupta (@jhansinitin) October 19, 2022
आपको बता दें कि बुधवार को मेरठ नगर निगम बोर्ड बैठक जंग का मैदान बन गई। बैठक में पार्षदों के साथ आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों ने भी जमकर हंगामा किया। जिसके बाद मामला बढ़ता देख सदन में पुलिस को बुलाना पड़ा। इस दौरान बीजेपी और मेयर समर्थकों में जमकर धक्का मुक्की हुई। बता दे कि, सफाई कर्मचारियों ने वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर हल्लाबोला। वहीं पार्षदों ने अभद्रता के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान बीजेपी ओर और मेयर समर्थक भी आमने-सामने आ गए। पुलिस के सामने ही जमकर धक्का मुक्की हुई। इसको लेकर सदन में पुलिस भी बुलानी पड़ी। बुधवार को आयोजित मेरठ नगर निगम की बोर्ड बैठक शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गई। पार्षदों ने अभद्रता से परेशान होकर मेयर सुनीता वर्मा और नगरायुक्त का घेराव करते हुए हंगामा किया। पार्षद अहसान अंसारी का कहना है कि मेरा अपमान किया गया। मुझे धक्का देकर निकाला गया। इसको लेकर पार्षदों में भारी आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। साथ ही सड़क निर्माण में हुए घोटाले भी गूंज भी सुनाई दी। पार्षदों ने कहा कि निगम में भ्रष्ट और घोटालेबाजों का बोलबाला है।