लखनऊ। समाजवादी पार्टी में मचे घमासान को के बीच अब ऐसा लग रहा है कि पार्टी में अब सबकुछ ठीक चल रहा है। आगामी चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी विकास यात्रा की शुरुआत की तो उसमें सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव सहित चाचा शिवपाल भी पहुंचे। शनिवार को लखनऊ में स्थित एक सामाचार पत्र में पहुंचे मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि सरकार ने हर क्षेत्र में अन्य सरकारों की तुलना में सबसे अधिक काम किया है। उन्होंने दावा किया कि कुछ काम तो सरकार ने रिकॉर्ड समय में पूरा किया है।
सपा सरकार के कार्यों का किसी से मुकाबला नहीं:-
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले चार वर्षो के दौरान काफी काम किए हैं। आगरा-एक्सप्रेस वे का काम रिकॉर्ड समय दो वर्ष में पूरा हुआ। इसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता। इतने कम समय में अब तक किसी भी सरकार ने इतनी तेजी से विकास नहीं किया है। सरकार ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भरपूर बिजली देने का काम किया है। सरकार अपने वादे पूरे करते हुए बिजली मुहैया करा रही है। सरकार के विकास कार्यो पर कोई सवाल नहीं उठा सकता। विपक्ष का काम सवाल खड़ा करना होता है, लेकिन सरकार ने इतने काम किए हैं कि कोई इसे नकार नहीं सकता।
काला धन कहां है, यह सरकार तय करे:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 व 1,000 रुपये के नोटों को अवैध घोषित करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे आम लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा, काला धन कहां है, यह सरकार तय करे। लेकिन आम लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसलिए हमने केंद्र से अनुरोध किया है कि पुराने नोटों को जमा करने की समय सीमा और बढाई जाए।
गांवों में और काउंटर खोले जाए:-
काले धन को लेकर उन्होंने कहा कि नोटों को बदलने को लेकर गांवों में और काउंटर खुलने चाहिए। लोग 10 किलोमीटर का फासला तय कर बैंकों तक जा रहे हैं। परेशानी किसको हो रही है, यह सरकार को समझना चाहिए। पिछले 24 घंटों के दौरान नमक को लेकर फैली अफवाह के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने आधी रात को ही आश्वस्त कर दिया कि ऐसी स्थिति नहीं है। स्टॉक भरपूर है। लोग परेशान न हों।
परिवार के भीतर कोई झगड़ा नहीं:-
जब अखिलेश से पूछा गया कि आपकी तिजोरी में 500 व 1,000 रुपये के कितने नोट हैं तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि यह मुद्दा नहीं है। आज तिजोरियां सभी के पास हैं। सबको उसकी जरूरत है। नई पार्टी बनाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा, समाजवादी पार्टी मेरी पार्टी है। यदि मैं नेताजी की पार्टी में हूं तो मुझे कोई और पार्टी बनाने की क्या जरूरत है? उन्होंने यह भी कहा कि परिवार के भीतर कोई झगड़ा नहीं है। कुछ मुद्दों पर मतभेद थे, जो दूर हो गए हैं।