लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के खिलाफ प्रयागराज और कौशांबी में चल रहे नौ मुकदमे वापस ले लिए हैं। उपमुख्यमंत्री पर दर्ज मुकदमों में कई में गंभीर धाराएं लगी थीं। इसका खुलासा एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने एक आरटीआइ के आधार पर किया है।
यह भी पढ़ें: लखनऊ हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार, जानिए वजह
गोमतीनगर के विरामखंड में रहने वाली डॉ. नूतन ठाकुर ने यह जानकारी आरटीआइ के तहत एसएसपी प्रयागराज और एसपी कौशांबी कार्यालय से प्राप्त की है। आरटीआइ सूचना के मुताबिक, यूपी की मौजूदा सरकार ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्रयागराज और कौशांबी जिले में दर्ज कुल नौ मुकदमे वापस लिए हैं। इनमें चार मुकदमे कौशांबी और पांच प्रयागराज के हैं।
डिप्टी सीएम पर गुंडा एक्ट का मुकदमा खारिज
सूचना के मुताबिक, कौशांबी में डिप्टी सीएम मौर्य पर कुल आठ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें गुंडा एक्ट का मुकदमा खारिज हो चुका है, जबकि हत्या के एक मामले में वह दोषमुक्त हो चुके हैं। इसके अलावा सरकार एक मार्च, 2017 से अब तक उपमुख्यमंत्री के खिलाफ चार मुकदमे वापस ले चुकी है, जिनमें एक मुकदमा धार्मिक विद्वेष फैलाने, एक ठगी एवं कूटरचित अभिलेख बनाने, एक दंगा, बलवा व सरकारी काम में बाधा डालने व एक मुकदमा हत्या के आरोपों से संबंधित है। जबकि दो मुकदमों की स्थिति ज्ञात नहीं हो सकी है।
प्रयागराज में सात मुकदमे
वहीं, एसएसपी प्रयागराज कार्यालय की ओर से एमपीएमएलए कोर्ट के आधार पर दी गई सूचना में सात मुकदमे हैं। इनमें से जिले के मारपीट, नकल अधिनियम, बलवा, समाज में विद्वेष फैलाने, सरकारी सेवक पर हमला करने आदि से संबंधित हैं।
डॉ. नूतन ने जताई चिंता
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या पर दर्ज 9 मुकदमे वापस लेने पर एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने कहा कि, सरकार द्वारा इतने गंभीर मामलों में मुकदमे वापस लिया जाना अत्यंत चिंताजनक है। आपको बता दें कि डॉ. नूतन एक सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार व लेखिका हैं। वह आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी हैं।