अमित गोस्वामी, संवाददाता
गिरिराज महाराज की तलहटी में रंगभरनी एकादशी को होली के उल्लास के बीच रंग-बिरंगे माहौल में राधा-श्यामकुंड दीपदान के बीच आकर्षक रोशनी में झिलमिलाते नजर आये।
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दोेनों कुंडों के आकर्षक स्वरूप में दिवाली की आभा दिखाई दी। आस्थावान भक्तों ने मनोकामना के लिए घाटों पर दीप जलाये और राधाकृपा कटाक्ष का सस्वर पाठ किया। आपको बता दें कि फुलैरा दौज से ही मंदिरों में होली उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
तलहटी के दानघाटी मंदिर व मुकुट मुखारविंद मंदिर पर मंगलाभिषेक के बाद गिरिराज जी को गुलाल लगाया जा रहा है। राधाकुंड की प्राचीन रघुनाथ दास गोस्वामी गद्दी के मंदिरों में होली कीर्तन में ठाकुर जी के प्रसादी रंग-गुलाल के बीच भक्त होली खेल रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर जल स्वरूपा राधारानी के कुंड पर आयोजित दीपोत्सव में दिवाली जैसा नजारा दिखाई दिया। गद्दीनशीन महंत केशव दास महाराज की सानिध्यता में मुरारी बाबा वृंदावन के शिष्य कृष्ण दास बाबा द्वारा राधारानी के घाटों पर 5100 सौ दीपक जलाये गये। राधाकुंड-श्याम कुंड के घाटों पर दीपावली जैसा माहौल देखकर गिरिराज जी की परिक्रमा करने आये श्रद्धालुओं ने मनोकामना के लिए दीपदान किया। डाॅ. माधव दास गोस्वामी ने बताया कि जिस प्रकार दीपक अंधकार को दूर कर प्रकाश की ओर जाता है।
उसी प्रकार सनातन संस्कृति में ठाकुर जी के समक्ष दीपदान कर अपने जीवन में आये अंधकार को दूर करते हैं। इस अवसर पर मंजू लता, ममता देवनाथ, अनुसुईया, गरिमा, खुशी, दीपा आदि ने दीपदान में भाग लिया।