काबुल। अमेरिका ने 13 अप्रैल को अफगानिस्तान को पूर्वी क्षेत्र पर खतरनाक बम हमला किया था। इस हमले पर अफगानिस्तान सरकार ने कहा की उसे इस हमले की जानकारी पहले से थी। हालांकि अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजाई ने अमेरिकी हमलो की निंदा की और कहा की अमेरिका ने अफगानिस्तान को नए और खतरनाक हथियारो का टेस्टिंग ग्राउंड बना दिया है। काबुल के रक्षा मंत्रालय ने 14 अप्रैल को एक बयान में कहा की ये हमला अफगानिस्तान के बलों और देश में मौजूद विदेश बलों की आपसी साझेदारी से किया गया था। इसी पर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बताया की हवाई हमले के दौरान नागरिकों को परेशानी ना हो इसके लिए पर्याप्त कदम उठाए गए थे।
कब हुआ था हमला
अफगानिस्तान में आईएसआईएस को निशाना बनाते हुए अमेरिक ने उस पर अब तक का सबसे बड़ा बम गिराया दिया है। यह बम अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में गिराया गया है। जानकारी के अनुसार अमेरिका ने GBU-43 बम गिराया है जिसका वजन साढ़े नौ हजार किलोग्राम का है।
पेंटागन के प्रवक्ता के अनुसार पहली बार इस बम का प्रयोग किया गया है और इसे MC-130 एयरक्राफ्ट से गिराया गया है। इस बम को ‘मदर ऑफ ऑल बम्स’ कहा जाता है। अफगानिस्तान के जिस इलाके में बम गिराया गया है वो पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है।