featured भारत खबर विशेष लाइफस्टाइल

भारत में तेजी से ज़ोर पकड़ रहा प्लॉगिंग का चलन, जाने कहां से हुई इसकी शुरूआत

650 3 भारत में तेजी से ज़ोर पकड़ रहा प्लॉगिंग का चलन, जाने कहां से हुई इसकी शुरूआत

रिपु दमन बेवली एक मिशन पर है। जो भारत की सड़कों को कचरा मुक्त बनाना चाहते हैं। भारत में हर रोज 25 हजार टन प्लास्टिक कचरा फेंक दिया जाता है। उनका ये काम आसान नहीं है लेकिन इसमें उन्हें मदद भी मिल रही है। देश में हजारों लोग रिपु का साथ दे रहे हैँ और उनके इस मिशन के साथ जुड़ चुके हैं। रिपु 5 साल से एक्सरसाइज के नाम पर कुड़ा बीन रहे हैं। कुड़ा बीनने को वह अपने वर्क ऑउट की केटीगिरी में रखते हैं। स्वीडन में शुरू हुए इस मुशन का नाम है प्लॉगिंग।

30dmc ploggers1 भारत में तेजी से ज़ोर पकड़ रहा प्लॉगिंग का चलन, जाने कहां से हुई इसकी शुरूआत

बता दें कि रिपु का कहना है कि जब आप अपने घर के बाहर गलियों में किसी को सड़क गली या पार्क साफ करते हुए देखते हो तो उसे कचरा बीनने वाला बोलते है। जो कचरा हमने फैलाया है उसी को साफ करने के लिए वह कचरा बीनने वाला बने हैं। लेकिन इस बात का संदेश लोगों तक कैसे जाए। इसलिए हमने अपना मिशन स्टेटमेंट ये बनाया कि दुनिया की ओर से फैलाई गई गंदगी को साफ करना हम अपने जीवन का सबसे अच्छा काम मानते हैं।

660 भारत में तेजी से ज़ोर पकड़ रहा प्लॉगिंग का चलन, जाने कहां से हुई इसकी शुरूआत

रिपु दमन बेवली प्लॉगिंग के पायनियर है। और अब मशहूर एको फिटनेस हैं। 2019 से उन्होंने बहुत सारी प्लॉगिंग रेस कराई हैं। उनका अभियान लोगों में इस बात की जागरूकता फैला रहा है कि अपने शहर को साफ रखने के लिए वह क्या कर सकते हैं।

mygov 10000000001524930733 भारत में तेजी से ज़ोर पकड़ रहा प्लॉगिंग का चलन, जाने कहां से हुई इसकी शुरूआत

उनके कैंपियन से जुड़े लोगों ने कहा कि ये एक दिन की मुहिम नहीं है। इसे बनाए रखाना होगा। जब हम कोई अच्छी चीज करते तो तभी कोई खास चीज हमारे शरीर से निकलती है। हमारे शरीर में भरपूर एंडोरफिन है। ये करने के बाद हम बहुत ताजगी महसूस करते हैं। हम अपनी हर सोसाइटी में इसे चलाएंगे।

ripudaman plogging modiinstagram भारत में तेजी से ज़ोर पकड़ रहा प्लॉगिंग का चलन, जाने कहां से हुई इसकी शुरूआत

बता दें कि महाराष्ट्र का पूणे देश के के सबसे गंदे शहरों में से एक है। और इसलिए इसे प्लॉगिंग अभियान की जन्मभूमि बनाया गया। विवेक गौरव ने यहां इस आंदोलन की नीव रखी और तभी से प्लॉगिंग ग्रुप से जुड़े हैं। जब अभियान में सपोर्ट बढ़ा तो सदस्य भी बढ़ते गए। इस अभियान में अब करीब ढाई हजार मेंबर जुड़कर काम कर रहे हैं। बच्चे भी इसे स्पोर्ट कर रहे हैं।

Related posts

महिलाओं को रखता था सेक्स गुलाम बनाकर, हुई 120 साल की सजा

Samar Khan

यूपी में फिर सक्रिय हुआ मानसून, जानिए कब तक होगी बारिश

Shailendra Singh

छत्तीसगढ़ में 71.93 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया

Rani Naqvi