बगदाद। इस्लामिक स्टेट से आजादी मिलने के बाद इराक से अलग होकर कुर्दों के लिए अलग देश कुर्दिस्तान बनाने की मांग से कर्दों की क्षेत्रिय सरकार पीछे हटती हुई नजर आ रही है। इराक की समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक कुर्दिस्तान की क्षेत्रिय सरकार ने पिछले दिनों आजादी के लिए हुए जनमत संग्रह के परिणामों को निलंबित रखने का प्रस्तान रखा है। बता दें कि इस जनमत संग्रह में कुर्द बहुल इलाके की 92 फीसदी जनता ने इराक से अलग होकर कुर्दिस्तान नाम से एक अलग देश बनाने के पक्ष में मतदान किया था।
मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्रिय सरकार के रुख में बदलाव की बड़ी वजह इराकी सेना की कार्रवाई को माना जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक कुर्दिस्तान की क्षेत्रिय सरकार ने कहा है कि दोनों पक्षों की लड़ाई में किसी को भी जीत नहीं मिलेगी,बल्कि इससे पूरा देश बर्बाद हो जाएगा। आपको बता दें कि इराकी सेना ने 16 अक्टूबर को कुर्दिस्तान के तेल संपन्न किरकुक शहर के आसपास के प्रमुख इलाकों में कब्जा कर लिया था। यहीं नहीं इराकी सेना कुर्दों के अधिन बाकि हिस्से को भी कब्जे में लेने के फिराक में हैं।
कुर्दिस्तान की क्षेत्रीय सरकार ने इराक के सामने तुरंत संघर्ष विराम लागू करने और इराक के संविधान के तहत वार्ता शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, इराकी सेना के एक अज्ञात प्रवक्ता ने कहा है कि इस सैन्य अभियान का राजनीति से कोई ताल्लुक नहीं है। इसके साथ उसने यह भी संकेत दिया है कि कुर्दिस्तान की क्षेत्रीय सरकार के दावे वाले इलाकों को कब्जे में लेने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
Tags-