देहरादून: यूपी, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बाद अब नाम बदलने की प्रकिया उत्तराखंड में शुरू हो गई है। जल्द ही कोटद्वार का नाम बदल जाएगा। अब कोटद्वार कण्व नगरी के नाम से जाना जाएगा। प्रस्ताव को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंजूरी दे दी है। अब नगर निगम कोटद्वार कण्व नगरी कोटद्वार के नाम से जाना जाएगा।
महर्षि कण्व के नाम पर शहर का नाम
दरअसल कोटद्वार का नाम महर्षि कण्व के नाम पर कर दिया गया है। महर्षि कण्व की तपस्थली और चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम कोटद्वार शहर से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसलिए कोटद्वार शहर की पहचान महर्षि कण्व के नाम से भी है। जिसको लेकर पहले भी कोटद्वार का नाम बदलने की मांग उठ चुकी है। लगातार उठ रही मांग के बाद अब सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
कलालघाटी का भी बदला गया नाम
पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार स्थित कलाकघाटी का नाम पहले बदला जा चुका है। कलालघाटी अब कण्वघाटी के नाम से जाना जा रहा है। कोटद्वार नगर निगम ने कलालघाटी का नाम बदलकर कण्वघाटी करने के शासन को प्रस्ताव भेजा था, जिसपर पिछले साल दिसंबर में मुहर लगाई थी।
अन्य राज्यों में बदला जा चुका है शहरों का नाम
इससे पहले यूपी में मुगल सराय का नाम बदल कर दीन दयाल उपाध्यय किया गया। और इलाहाबाद का नाम बदला कर प्रयागराज रखा गया। उसके बाद महाराष्ट्र में भी औरंगाबाद का नाम बदला जा चुका है। मध्य प्रदेश में होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम रखा जा चुका है। हालांकि नाम बदले को लेकर कई बार राजनीति हो चुकी है। विपक्षी दलों ने बीजेपी पर सवाल भी उठाए थे।