बिहार में इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों खासा चर्चे में चल रहे हैं। वही तेजस्वी यादव के इस्तीफे का फैसला लेने के लिए नीतीश कुमार ने अल्टीमेटम दिया है। चारों तरफ से बयानबाजी के बीच तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट किया है। और ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा है कि इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मीडिया पर भी तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि उनके इस्तीफे की झूठी खबर फैलाई जा रही है कि वह इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने कहा है कि इस सब पर उन्हें हंसी आ रही है।
ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा है कि ‘ “उत्पाती सूत्रों” के नाम से मीडिया का एक बर्ग भाजपा का जो एक सूत्रीय कार्यक्रम चला रहा है उसपर जोरों से हंसी आ रहे है’ ‘भूंजा खाओ, मस्त रहे’
“उत्पाती सूत्रों” के नाम से मीडिया का एक वर्ग भाजपा का जो एक सूत्रीय कार्यक्रम चला रहा है उसपर ज़ोरों से हँसी आ रही है
“भूँजा खाओ,मस्त रहो”
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) 14 जुलाई 2017
आपको बता दें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव पर बेनामी संपत्ति का आरोप लगने के बाद उनकी कुर्सी पर लगातार खतरा मंडराने लग रहा है। तेजस्वी यादव खुद को बेगुनाह बता रहे हैं। तेजस्वी यादव की दलील है कि जब बेनामी संपत्ती का अधिग्रहण किया गया था तब उनकी उम्र महज 14-15 साल थी और उस वक्त उनकी मूंछ भी नहीं आई थी। लेकिन मूंछ ना आने की तेजस्वी यादव की दलील अब काफी ज्यादा कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बेनामी संपत्ति के कानून में उम्र का कोई महत्व नहीं होता है।
तेजस्वी यादव पर जब से बेनामी संपत्ति का आरोप लगा था तब से उनकी उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर खतरा मंडराने लग रहा है। चारों तरफ से उनके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं। बेनामी संपत्ति मामले के बाद तेजस्वी यादव की बर्खास्तगी की मांग की जा रही है और उनपर पद से इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा है। ऐसे में तेजस्वी यादव ने संबंधित मामले में सफाई देते हुए कहा था कि यह मामला तब का है जब उनकी मूंछ भी नहीं आई थी और तब उनकी उम्र 14-15 साल थी। तेजस्वी का कहना है कि इस उम्र में भला कोई कैसे भ्रष्टाचार कर सकता है लेकिन बेनामी संपत्ति लेनदेन कानून 1988 और 2016 में हुए संशोधन में बेनामीदार की उम्र को कोई महत्व नहीं है। वही तेजस्वी यादव के लिए अगल 48 घंटें बेहद ही अहम हैं क्योंकि दो दिन के बाद नीतीश कुमार द्वारा दिया गया अल्टीमेटम खत्म हो रहा है। इसके बाद नीतीश कुमार की बर्खास्तगी पर फैसला लिया जा सकता है।