आगरा: ताज महल पर एक बार फिर कोरोना वायरस का कहर साफ दिख रहा है। इसकी नई लहर के चलते धीरे-धीरे प्रदेश में तालाबंदी शुरु हो गई है। बढ़ते संक्रमण का असर व्यापार और पर्यटन पर भी पड़ रहा है।
15 मई तक रहेगा बंद
प्रदेश के कई स्मारक और पर्यटन स्थल अगले 15 तक बंद रहेंगे, इस दौरान किसी भी तरह की आवाजाही परिसर में प्रतिबंधित रहेगी। एक बार फिर ताज पर कोरोना के चलते ताला लग गया है। हालांकि पर्यटन का ग्राफ पहले ही गिरना शुरु हो गया था, लेकिन अब स्थिति और ज्यादा खराब होने के कारण यह आदेश दिया गया है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट करके बताया कि सभी संरक्षित इमारतों को 15 मई तक बंद रखा जायेगा। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण कोरोना की बढ़ती महामारी को बताया गया है। पिछले वर्ष भी 188 दिनों के लिए ताज महल सहित इन इमारतों पर ताला लगाया गया था। इस बार भी माहौल वैसा ही बनता दिख रहा था, इसीलिए सरकार को यह फैसला लेना पड़ा।
कोरोना की महामारी के वर्तमान प्रकोप को देखते हुए @MinOfCultureGoI ने @ASIGoI के द्वारा संरक्षित सभी स्मारकों को आगामी 15 मई तक बंद रखने का फ़ैसला किया है @PMOIndia @tourismgoi @incredibleindia pic.twitter.com/EZX2jNQI9V
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) April 15, 2021
व्यापारी वर्ग नाखुश
इस औचक फैसले से व्यापारियों का एक वर्ग नाराज भी नज़र आया। उनका कहना है कि इस बंदी से व्यापार पूरा चौपट हो जायेगा, पिछले वर्ष की मार अभी झेल रहे लोगों पर यह लॉकडाउन कमर तोड़ने जैसा है। वहीं संक्रमण की अधिकता पर कुछ लोगों ने इस कदम का समर्थन भी किया। अगले एक महीने तक अब सब बंद रखा जायेगा। व्यापरियों का कहना था कि जब चुनाव हो रहे थे, तो ताज को बंद क्यों किया जा रहा है ?
लखनऊ का इमामबाड़ा भी हुआ बंद
लखनऊ का प्रसिद्ध इमामबाड़ा भी शैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है, वाराणसी के भी कई स्थल अब आम जनों के लिए नहीं खुलें रहेंगे। वहीं पूरे प्रदेश में रविवार को लॉकडाउन और अन्य दिन नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। मास्क को लेकर और सख्ती देखने को मिल रही है, इसके लिए चालान की रकम को बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया गया है। लगातार मामले प्रदेश में बढ़ते जा रहे हैं, स्वास्थ्य सुविधाओं पर इसका लोड साफ-साफ दिखाई दे रहा है।