लखनऊ: नौनिहाल छोटे बच्चों को प्राथमिक शिक्षा आंगनबाड़ी केंद्रों में दी जाती है। उत्तर प्रदेश में भी ऐसे कई केंद्र हैं, जहां छोटे बच्चों को शिक्षा के साथ खानपान और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं मिलती हैं। इसी के चलते उत्तर प्रदेश सरकार इस विभाग में कुछ और परिवर्तन करने की योजना बना रही है।
खुलेंगे 2000 नए आंगनबाड़ी केंद्र
उत्तर प्रदेश में 2000 नए आंगनबाड़ी केंद्र और 5000 अन्य केंद्रों को अपडेट करने का लक्ष्य बनाया गया है। बुधवार को मुख्य सचिव द्वारा एक बैठक की गई, जिसमें आंगनवाड़ी केंद्र और किशोरी बालिकाओं के लिए कई योजनाओं पर चर्चा हुई। नए आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ-साथ 67000 केंद्रों पर फर्नीचर की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
आईसीडीएस कार्यक्रम के लिए 6000 करोड़
बुधवार को हुई बैठक में कई विषयों पर चर्चा की गई, इस दौरान आईसीडीएस कार्यक्रम संचालित करने के लिए वर्ष 2021-22 में 6688.29 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पेश किया गया है। वहीं किशोरी बालिकाओं के लिए लगभग ₹6000 करोड़ का प्रस्ताव पेश हुआ है। दरअसल आंगनवाड़ी केंद्रों में कई सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर विचार किया जा रहा है।
जिनमें फर्नीचर, आंगनबाड़ी केंद्रों का अनुरक्षण, 4000 टॉयलेट, 250 केंद्र पर पेयजल की व्यवस्था जैसे कई प्रयोग किए जाएंगे। लगभग 9000 मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों में भी फर्नीचर की मांग रखी गई है। इन्हीं सब सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए सरकार योजना बना रही है, जिन पर जल्द ही एक्शन प्लान तैयार हो जाएगा।