- आयुर्वेदिक इम्युनिटी बूस्टर लेने में बरतें सावधानी, बढ़ सकती है परेशानी
- साल भर से आयुष मंत्रालय की गाइडलाइन को अपना रहे सरकारी विभाग
लखनऊ। कोविड-19 से निपटने के लिए अभी कोई स्पेशल दवा नहीं बन सकी है। ऐसे में सरकार लोगों की जिंदगी बचाने के लिए वैक्सीनेशन, मॉस्क और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए जोर दे रही है। तो वहीं पिछले साल भर से इस महामारी से निपटने के लिए सोशल मीडिया अपने यूज़र्स को लगातार जानकारी दे रहा है।
जबकि डॉक्टरों का भी कहना है कि जिनकी इम्युनिटी जितनी मजबूत रहेगी, वह उतना इस बीमारी से दूर रहेगा। खासतौर आयुष मंत्रालय की जारी गाइडलाइन के मुताबिक इम्युनिटी बढाने के तमाम फार्मूले एक साल से फेसबुक, यूट्यूब, ट्वीटऱ इंस्टाग्राम पर यूजर्स दे रहे हैं।
दरअसल, आयुष मंत्रालय ने कोविड-19 से बचाव के लिए जड़ी बूटियों की मात्रा में दवा निधार्रित की है। इसके लिए आयुष कवच मोबाइल एप्लीकेशन भी लांच किया है। अब तमाम सरकारी विभाग भी इसे अपना कर रहे हैं। हालांकि, तमाम लोगों ने इम्युनिटी बूस्टर बढ़ने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करना भी शुरू कर दिया था।
वहीं आयुर्वेदिक डॉक्टर का भी कहना है कि इम्युनिटी बढ़ाने के लिए औषधि के साथ लोगों को अपने भोजन और जीवन शैली में भी बदलाव लाना बेहद जरूरी है। आयुर्वेद सिद्धांत के मुताबिक, गर्मियों में शारीरिक बल, पाचन शक्ति और प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। मौसम के मिजाज को देखते हुए लोगों को अपने भोजन व लाइफ स्टाइल पर ध्यान देना चाहिए।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए करें उपाय
होम्योपैथिक डाक्टर रत्नाकर त्रिपाठी ने बताया कि इम्युनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन-सी परिपूर्ण मौसमी फल का सेवन जरूर करें। रात में हल्दी मिश्रित दूध का सेवन करें। खाने में लहसुन, आंवला, हल्दी और अदरक का सेवन करें। गिलोय के रस के साथ शहर का सेवन बेहद जरूरी है। वहीं तुलसी, सोंठ, दालचीन, अजवाइन, काली मिर्च एवं स्वादानुसार नींबू या ताजा गुड मिलाकर हर्बल टी का काढ़ा तैयार करके प्रतिदिन सेवन करें।
फेक न्यूज को करें नजरअंदाज
कोविड दूसरी लहर के बाद हर कहीं दहशत और अफरा-तफरी के माहौल के बीच सोशल मीडिया पर फेक न्यूज तेजी से बढ़ने लगी है। इस परिस्थितियों को देख सरकार भी फेंक न्यूज से बचने की अपील कर रही है। इसके अलावा कोरोना वायरस से बचने के लिए आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक उपायों पर भी जोर दिया है ।