ईटानगर। देश में आए दिन किसी न किसी पद के चुनाव होते ही रहते हैं। जिसके चलते राजनीतिक पार्टियों में सियासत हमेशा मर्गायी हुई रहती है। इतना ही नहीं चुनाव आते ही दल-बदल होने की प्रक्रिया के साथ ही जुबानी हमले भी शुरू हो जाते हैं। राजनीति में ऐसा करना कोई नई बात नहीं है। यह दशकों पुरानी परंपरा है। एक पार्टी के विधायक या फिर सांसद दूसरी पार्टी में चले जाते हैं। अरूणाचल प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है। अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के सात में से छह विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को राज्य में एक बड़ा झटका लगा है।
ये विधायक हुए बीजेपी में शामिल-
बता दें कि चुनाव के दौरान सभी पार्टी एक-दूसरे के साथ मिलकर चुनाव जीतने के प्रयास में लगी रहती है। लेकिन चुनाव होन के बाद यह नहीं पता कि कब आपको धोखा मिल जाए। हालिया विधानसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी, हम और वीआईपी की मदद से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं। अब नीतीश कुमार की पार्टी के छह विधायक अरुणाचल में बीजेपी में शामिल हो गए। राज्य विधानसभा द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के लिकाबाली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक करदो निग्योर भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। पंचायत और नगर निगम चुनाव के नतीजों की घोषणा से एक दिन पहले यह खबर सामने आई है। बुलेटिन के अनुसार रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिकके ताको, कलाक्तंग के दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सियनग्जू और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगगोंग टाकू बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
तालीम तबोह को विधायक दल का नया नेता चुन लिया था-
वहीं अरुणाचल प्रदेश के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बीआर वाघे ने कहा, ‘‘ हमने पार्टी में शामिल होने के उनके पत्रों को स्वीकार कर लिया है। जेडीयू ने 26 नवम्बर को सियनग्जू, खर्मा और टाकू को ‘‘पार्टी विरोधी’’ गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था और उन्हें निलंबित कर दिया था। इन जेडीयू के छह विधायकों ने इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों को कथित तौर पर बताए बिना तालीम तबोह को विधायक दल का नया नेता चुन लिया था। पीपीए विधायक को भी क्षेत्रीय पार्टी ने इस महीने की शुरुआत में निलंबित कर दिया था।