नई दिल्ली। शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे सादिक ने बाबरी मस्जिद को लेकर बयान दिया है कि अगर बाबरी मस्जिद का फैसला मुसलमानों के हक में हो तो उसे शांति के साथ कबूल करें। मौलाना ने ये बात एक कार्यक्रम के दौरान कही उन्होंने कहा कि इसमें कोई भी झगड़ा करने की जरूरत नहीं है फैसला चाहे किसी के भी हक में हो उसे शांति से कबूल करें।
बता दें कि मौलाना ने कहा कि अगर फैसला मुसलमानों के हक में भी हो तो उसे शांतिपूर्वक स्वीकार किया जाए। वहीं दूसरी और उन्होंने हिंदुओं को जमीन देने की बात कही। कल्बे सादिक ने कहा कि अगर फैसला मुसलमानों के हक में हो तो भी वो खुशी-खुशी जमीन हिंदुओं को दे दें। इसके बाद डॉ. हर्षवर्धन ने मौलाना सादिक के बयान की तारिफ की उन्होंने कहा कि मौलाना ने ये बयान देकर सबका दिल जीत लिया है। हर्षवर्धन ने कहा कि भगवान राम न हिंदुओं के हैं और न ही मुसलमानों के हैं वो तो पूरे भारत की आत्मा हैं।
वहीं उन्होंने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में बीते शुक्रवाद को सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को दस्तावेजों के इतिहास के लिए तीन महीने का वक्त दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 5 दिसंबर को की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पहले वो एस मामले में दो पक्षों को चुनेगा उसके बाद अन्य पक्ष अपने दस्तावेज तैयार रखें।