Shardiya Navratri 2023 Third day: 17 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन है। इस दिन मां दुर्गा के तीसरे रूप मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां दुर्गा की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है।
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मां चंद्रघंटा 9 रूपों में से एक है। ये तीसरा स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र बना हुआ है। इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। नवरात्रि का तीसरा दिन अत्यधिक महत्व का माना जाता है। मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना से संसार के सारे कष्ट मिट जाते हैं। मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मां चंद्रघंटा की पूजा मुहूर्त 2023
- अभिजीत मुहूर्त – 11:49 AM से 12:35 PM
- अमृत काल – 10:17 AM से 11:58 AM
- ब्रह्म मुहूर्त – 04:51 AM से 05:39 AM
- गोधूलि मुहूर्त: 05:19 PM से 05:43 PM
मां चंद्रघंटा की पूजन विधि
- सूर्योदय से पहले उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें।
- मां चंद्रघंटा के साथ मां दुर्गा के अन्य स्वरूपों का ध्यान करें।
- मां दुर्गा की पूजा आरंभ करें। सबसे पहले फूल, माला, कुमकुम, सिंदूर,रोली अक्षत लगाएं।
- मां चंद्रघंटा को केसर की खीर या फिर दूध से बनी कोई मिठाई खिलाएं।
- मां चंद्रघंटा को घी का दीपक और धूप जलाने के बाद मंत्र, दुर्गा चालीसा, दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के साथ अंत में आरती कर लें और भूल चूक के लिए माफी मांग लें।