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शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता को रद्द करना असंवैधानिक और अवैध: केजरीवाल

sharad शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता को रद्द करना असंवैधानिक और अवैध: केजरीवाल
नई दिल्ली। बिहार में बीजेपी के साथ सरकार बनाने के चलते जेडीयू से अलग हुए शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है, जिसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की है। शरद यादव की सदस्यता रद्द होने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये राजनीतिक साजिश है। उन्होंने शरद यादव की सदस्यता रद्द करने के फैसले को असंवैधानिक और अवैध करार देते हुए कहा कि हम इस राजनीतिक साजिश की पुरजोर निंदा करते हैं और उनकी सदस्यता को फिर से बहाल करने की मांग करते हैं। इससे पहले आरजेडी प्रमुख लालू यादव भी शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता रद्द करने को ईर्ष्या का कारण बता चुके हैं।
sharad शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता को रद्द करना असंवैधानिक और अवैध: केजरीवाल
लालू ने कहा था कि शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता समाप्त करने पर जनता तय करेगी कि इन लोगों का कसूर क्या था। उन्होंने कहा था कि जिस व्यक्ति ने समता पार्टी के समय से मदद की उसे अब ईर्ष्या और जलन के चलते हटा दिया गया। इसी के साथ उन्होंने नीतीश कुमार के हाथ पकड़ने वाले बयान को लेकर कहा था कि नीतीश कुमार बार-बार मेरे पास टीका लगवाने आते थे और मैंने कभी उन्हें आशिर्वाद देने में ढिलाई नहीं बरती। नीतीाश खुद मेरे और राबड़ी के पास चलकर आए और बोले कि अब हम लोगों का तो राजनीतिक उम्र हो गया है इसलिए अब आने वाले दिन बच्चों के हैं।
गौरतलब है कि बिहार में जेडीयू के लालू यादव की पार्टी आरजेडी को छोड़कर एनडीए के साथ गठबंधन करने के बाद से ही शरद यादव और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार में संबंध खराब हो गए थे। शरद यादव आरजेडी के साथ ही बने रहने के पक्ष में थे, लेकिन नीतीश ने रास्ता अलग कर लिया। इसके बाद भी शरद यादव और अली अनवर के लालू के साथ बने रहने के बाद जेडीयू ने राज्यसभा के सभापति से उनकी सदस्यता को रद्द करने की मांग की थी।

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