शिवनंदन सिंह, संवाददाता
Russia Ukraine War || बुधवार को एक खबर में दावा किया गया था कि यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाया गया। वही इस खबर का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि यूक्रेन में किसी भी भारतीय छात्र को बंधक नहीं बनाया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बयान जारी करते हुए कहा है कि ” यूक्रेन में भारतीय दूतावास नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में हैं वही यूक्रेन अधिकारियों के सहयोग के साथ कई छात्रों को बुधवार को राजधानी खरकीव से बाहर निकाला गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि “हमने किसी भी छात्र के संबंध बंधक होनी की रिपोर्ट नहीं मिली है। बल्कि हमने राजधानी और पड़ोसी क्षेत्रों से छात्रों को पश्चिमी बहार निकलने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करने के लिए यूनानी अधिकारियों के समर्थन का अनुरोध किया है।
Our response to media queries regarding reports of Indian students being held hostage in Ukraine ⬇️https://t.co/RaOFcV849D pic.twitter.com/fOlz5XsQsc
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) March 3, 2022
रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा सहित कई देशों के साथ हम लगातार बातचीत कर रहे हैं। और पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकाला जा चुका है।
उन्होंने आगे बताया कि इसे संभव बनाने के लिए यूक्रेन इन अधिकारियों द्वारा दी गई मदद काफी सराहनीय है हम यूक्रेन का भारतीय नागरिकों को घर वापस ले जाने में मदद करने के लिए धन्यवाद करते हैं।
आपको बता दें विदेश मंत्रालय की ओर से यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बातचीत करने के एक दिन बाद सामने आया। इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन की स्थिति की समीक्षा की। और खासकर यूक्रेन की राजधानी में कई भारतीय छात्रों के फंसे होने की जानकारी ली। उन क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने को लेकर चर्चा की।