रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine Crisis) में जंग जारी है। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया समेत कई यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद के लिए आगे आए हैं। जहां बेल्जियम, चेक रिपब्लिक, नीदरलैंड्स और जर्मनी रूसी सेना से मुकाबला करने के लिए यूक्रेन को हथियार व इंधन भेज रही है। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन से आने वाले शरणार्थियों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। ऐसे में जर्मनी द्वारा यूक्रेन को हथियार भेजना बहुत बड़ी बात है क्योंकि लंबे समय से जर्मनी किसी भी संघर्ष में हथियार भेजने से बच रहा था।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड रिपोर्ट के अनुसार “रविवार यानी 27 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्टॉक मॉरिसन ने ऐलान किया है कि ऑस्ट्रेलिया अमेरिका और नाटो सदस्य के माध्यम से यूक्रेन में हथियार मुहैया कराएगा। इससे पहले 25 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन को जंग में इस्तेमाल होने वाली चीज़ों को भेजने की बात कही थी। जिसमें हथियार शामिल नहीं थी। लेकिन लगातार रूस के हमले से यूक्रेन की स्थिति बिगड़ते हुए पर यह फैसला लिया गया है।
यूक्रेन की सहायता के लिए नाटो के कई देश आए आगे
ऑस्ट्रेलिया से पहले 26 फरवरी शनिवार को कई नाटो सदस्यों ने यूक्रेन की मदद का ऐलान किया था जिसमें पहला नाम जर्मनी ने कहा था कि वह अपनी ओर से यूक्रेन की मदद के लिए 1000 टैंक रोधी हथियार और हवाई अटैक करने वाले मिसाइल भेजेगा।
वही बेल्जियम ने 2000 मशीन गन और यूक्रेन सेना के इस्तेमाल के लिए हजारों टन का इंधन भेजने को कहा था।
वही नीदरलैंड ने पहले ही यूक्रेन की मदद के लिए स्नाइपर राइफल और हेलमेट भेज दिए हैं। और अब जल्द ही 200 स्टिंगर मिसाइलें, 50 पैंजरफॉस्ट-3 टैंक रोधी हथियार भेजने को कहा है।
इसके अलावा फ्रांस की न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी के अनुसार, चेक रिपब्लिक ने 30 हजार पिस्टल, 7 हजार असॉल्ट राइफल, 3000 मशीन गन, दर्जनों की संख्या में स्नाइपर और लाखों की संख्या में कारतूस व को यूक्रेन में भेजेगा। वही नीदरलैंड, जर्मनी, स्लोवाकिया और अन्य नाटो में मौजूद अन्य सदस्य पेट्रियट वायु सुरक्षा प्रणाली भेजने पर चर्चा कर रहा है।
अमेरिका 350 मिलियन डॉलर की देगा मदद
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सैन्य सहायता के लिए $350 जारी करने का ऐलान किया है। जिस के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति ने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को निर्देश दिए हैं। कि विदेशी सहायता अधिनियम के तहत मदद जारी की जाए। जिससे यूक्रेन की सैन्य सहायता हो सके।