देश बिज़नेस

खुदरा मुद्रास्फीति की दर पहुंची तीन फीसदी पर, अभी और भी बढ़ सकती है मंहगाई दर

mahgayi खुदरा मुद्रास्फीति की दर पहुंची तीन फीसदी पर, अभी और भी बढ़ सकती है मंहगाई दर

नई दिल्ली। लंबे समय से काबू में रही खुदरा महंगाई की दर बढ़ सकती है। बताया जा रहा है कि खाने पीने की चीजों की महंगाई की वजह से खुदरा मुद्रास्फीति की दर तीन फीसदी के करीब पहुंच गई है और यह बढ़ कर चार फीसदी तक जा सकती है।
सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सब्जी, मांस, मछली और अंडे जैसे खाने का सामान महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति मई महीने में बढ़ कर 2.92 फीसदी हो गई। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय, सीएसओ की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इससे पिछले महीने 2.86 फीसदी पर और एक साल पहले अप्रैल 2018 में 4.58 फीसदी पर थी। अप्रैल में कीमत बढ़ने की दर अक्टूबर 2018 के बाद सबसे अधिक है। उस समय यह 3.38 फीसदी थी। आंकड़ों के अनुसार खाने पीने की चीजों की श्रेणी में महंगाई दर अप्रैल में 1.1 फीसदी पर पहुंच गई जो मार्च में 0.3 फीसदी थी।
सब्जियों की कीमतों में 2.87 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि मार्च में इसमें गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि फलों के दाम में अप्रैल में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले गिरावट दर्ज की गई। ईंधन और बिजली की श्रेणी में महंगाई दर 2.56 फीसदी रही जो इससे पिछले महीने में 2.42 फीसदी थी। ध्यान रहे रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक, सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति पर गौर करता है।
आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति की मौद्रिक नीति पर विचार करने के लिए जून की शुरुआत में बैठक होगी। सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति करीब चार फीसदी पर रखने का लक्ष्य दिया है। वैसे इस चालू वित्त वर्ष में मंहगाई दर के चार फीसदी पहुंचने की संभावना है।

Related posts

नेताओं को भी नहीं मिल रहा सही इलाज, जानें किन-किन नेताओं की हुई कोरोना से मौत?

pratiyush chaubey

शानिवार को पृथ्वी पर गिरेगा बुर्ज खलीफा से भी बड़ा उल्कापिंड, क्या धरती हो जाएगी खत्म?

Mamta Gautam

त्योहारी मौसम में भारतीय उपभोक्ताओं की मांग 40 फीसद बढ़ी

bharatkhabar