नई दिल्ली: अब आपको किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालना महंगा पड़ेगा। आरबीआइ (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने गुरुवार को एटीएम इंटरचेंज फीस को 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये कर दिया है।
किसी भी बैंक कस्टमर को हर महीने मिलने वाले फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन के बाद ग्राहकों पर लगने वाले कस्टमर चार्जेस की अधिकतम सीमा भी 20 रुपये से बढ़ाकर 21 रुपये कर दी गई है। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी, 2022 से लागू होगी। आपको बता दें कि बैंक कस्टमर हर महीने एटीएम से पांच बार फ्री ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।
क्या होती है इंटरचेंज फीस?
अगर बैंक ‘अ’ का ग्राहक बैंक ‘ब’ के एटीएम से अपने कार्ड का इस्तेमाल कर पैसे निकालता है तो बैंक ‘अ’ को दूसरे बैंक को एक निश्चित शुल्क का भुगतान करना होता है, इसे ही एटीएम इंटरचेंज फीस कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो फ्री लिमिट के बाद दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालना अब ग्राहकों को महंगा पड़ेगा।
एक अगस्त से प्रभावी होगा आदेश
आपको बता दें कि आरबीआइ ने वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों तरह के लेनदेन के लिए इंटरचेंज फीस में बढ़ोतरी की है। केंद्रीय बैंक ने वित्तीय लेनदेन के शुल्क को 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये कर दिया है। वहीं, गैर-वित्तीय लेनदेन के शुल्क को 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया है, जो 1 अगस्त 2021 से प्रभावी हो जाएगा। कैश रिसाइक्लर मशीन के माध्यम से होने वाले लेनदेन पर भी यह आदेश लागू होगा।