- भारत खबर || नई दिल्ली
गौरतलब है कि एलजेपी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवानram vilas paswan का गुरुवार को बीमारी के चलते निधन हो गया। उन्होंने अपनी अंतिम सांस उपचार के दौरान दिल्ली के अस्पताल में ली। बताते चलें कि एलजेपी के दिग्गज नेता और बिहार में अपना परचम लहराने वाले केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवानram vilas paswan आज पटना की भूमि पर पंचतत्व में विलीन होंगे।
रामविलास पासवानram vilas paswan का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाना सुनिश्चित हुआ है। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि रामविलास पासवान की अंतिम संस्कार के दौरान दिल्ली एवं अनेकों राज्यों में राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा।
बताते चलें रामविलास पासवान के मृत शरीर के आखरी दर्शन के लिये शनिवार सुबह 10:00 बजे उनके आवास पर लाया जाएगा। इसी कार्य के चलते दोपहर में लगभग 2:00 बजे के आसपास उनके पार्थिव शरीर को एलजेपी कार्यालय ले जाने के बाद पंचतत्व में विलीन कर दिया जाएगा।
रामविलास पासवानram vilas paswan के निधन को लेकर देश के सभी बड़े दिग्गज नेताओं को भारी दुख जताया है। पार्टी के कार्यकर्ता एवं समर्थक सोशल मीडिया पर टि्वटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से अपना शोक जाहिर कर रहे हैं।
अपनी पीड़ा वेस्ट्रोक को जाहिर करते हुए रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट करके लिखा कि, “पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं। Miss you Papa…”.
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दु:ख
रामविलास पासवान की मौत पर भारत के प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट किया और कहा कि “मैं शब्दों से परे दुखी हूं। हमारे राष्ट्र में अब एक ऐसा शून्य है जो शायद कभी नहीं भरेगा। रामविलास पासवान जी का निधन एक व्यक्तिगत क्षति है। मैंने एक दोस्त, मूल्यवान सहयोगी और ऐसे व्यक्ति को खो दिया है, जो हर गरीब की गरिमापूर्ण जिंदगी की सुनिश्चित करने के लिए बेहद उत्सुक था।
गौरतलब है कि रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया में हुआ था। बताते चलें कि उन्होंने राजनीतिक सफर में अपनी एक अद्भुत मिसाल कायम की। रामविलास पासवान देश की राजनीति में बड़े ही सहज और सजग नेता थे। रामविलास पासवान देश की राजनीति में 9 बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। रामविलास पासवान की मौत की खबर सुनते ही सभी नेताओं के कार्यकर्ताओं में शोक का माहौल व्याप्त हो गया व सभी ने ने भारी दुख जताया।