राजस्थान में मासूमों के साथ दरिंदगी की इंतहा हो रही है। एक मासूम को इंसाफ भी नहीं मिलता की दूसरे के साथ बलात्कार हो जाता है। राजस्थान में हाल ही में हुए अलवर रेप कांड की नाबालिक बच्ची को अभी न्याय भी नहीं मिला था कि जालौर में एक और मासूम दरिंदगी की भेंट चढ़ गई।
अवलर के बाद जालौर में मासूम के साथ दरिंदगी
राजस्थान में मासूमों के साथ दरिंदगी की इंतहा हो रही है। एक मासूम को इंसाफ भी नहीं मिलता की दूसरे के साथ बलात्कार हो जाता है। राजस्थान में हाल ही में हुए अलवर रेप कांड की नाबालिक बच्ची को अभी न्याय भी नहीं मिला था कि जालौर में एक और मासूम दरिंदगी की भेंट चढ़ गई। एक हैवान ने 4 साल की मासूम बच्ची को इस कदर नौच डाला की उसकी हालत गंभीर हो गई और अब वो मासूम अस्पताल में दर्द से कराह रही है। राजस्थान के गूंगे बहरे न्यायकर्ताओं के कानों तक वो आवाज पहुंचती ही नहीं है।
मामा ने 4 साल की मासूम से की दरिंदगी
4 साल की मासूम के साथ दरिंदगी करने वाला कोई और नहीं बल्की उसका अपना ही मामा था। वही मामा जो आज तक अपने होने का ढौंग करता रहा। वही मामा जो बाहर से इंसान का लिबास ओढ़े हुए था लेकिन अंदर से हैवानों से भी बदतर था। उसे अपनी हवस की भूख के आगे ना तो मासूम बच्ची का दर्द दिखाई दिया और ना ही उसकी चीखें सुनाई दी। ये हैवान तो ये भी भूल गया कि उस मासूम के साथ उसका रिश्ता क्या है। हालांकि ऐसे आपराधिक सोच रखने वाले किसी के अपने नहीं होते। आरोपी मामा ने उसके साथ खेल रही मासूम को अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। मासूम की हालत गंभीर देख परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने रेप की पुष्टि की और उसे जोधपुर के लिए रेफर कर दिया।
टीमें बनाकर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया
हालांकि पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपी मामा को हिरासत में ले लिया है। और अब आरोपी से पूछताछ की जा रही है। लेकिन सवाल ये उठता है कि रेपिस्तान बन चुके राजस्थान में क्या कानून की नींव इतनी कमजोर हो गई है कि गुनाह रोकने में पुलिस प्रशासन नाकाम होता है। और फिर सांप के चलते जाने के बाद लकीर पीटने जैसी कार्रवाई को अंजाम देता है। आरोपी मासूमों के साथ दरिंदगी की हदें पार कर देते हैं। लेकिन पुलिस गुनाह हो जाने के बाद ही आगे की तफ्तीश शुरू करती है।