कर्नाटक। राहुल गांधी ने आज एकबार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। कर्नाटक के बेलगाम में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी के बाद से लोगों को खासा मुसीबतों को सामना करना पड़ रहा है। राहुल ने कहा कि 1 फीसदी अमीरों के पास 60 प्रतिशत धन है। पीएम पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार की लड़ाई में हम सब एकसाथ है, पर इस कदम से लोगों को भयंकर कठिनाई का सामना करना पड़ रहा हैं।
कर्नाटक में राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने कुछ चुनिंदा अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए नोटबंदी का फैसला लिया है, जिसका खामियाजा देश की गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है। पीएम को आड़े हाथों लेते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश की स्थिति को सही करने के लिए 50 दिनों का समय मांगा है लेकिन यकीन मानिए 50 दिनों में स्थिति सुधरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के किसानों के पास कालाधन नहीं है फिर भी उन्हंे अपने ही पैसे को लेने के लिए पूरे पूरे दिन लाइनों में लगे रहना पड़ रहा है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, “50 दिनों में कुछ भी सुधार नहीं होगा। मैं यह आपको लिखकर दे सकता हूं। आपके पैसे बैंक के तहखानों में 4-5 महीने तक बंद रहेंगे। आप कष्ट झेलते रहेंगे..ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाएगी।उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि सरकार ने जानबूझकर पर्याप्त मात्रा में नोट नहीं छापे, ताकि लोग ज्यादा पैसे निकाल न सकें। अगर आम आदमी अपने पैसे निकाल लेता, तो उनके असल इरादे व मकसद बेकार हो जाते।”
राहुल ने कहा कि यह गौर करने वाली बात है कि नोटबंदी के उद्देश्यों को लेकर मोदी लगातार अपने बयान बदल रहे हैं। पहले तो उन्होंने कहा कि इससे कालेधन से लड़ने में मदद मिलेगी, लेकिन सरकार के ही आदमी ने कहा कि लगभग सारे पैसे बैंकों में लौट चुके हैं। तब जो कालाधन निकलवाना था, वह कहां गया? उन्होंने कहा कि तर्क दिया गया कि इससे आतंकवाद से निपटने में मदद मिलेगी, लेकिन एक मारे गए आतंकवादी के पास से 2,000 रुपये के नए नोट बरामद हुए।राहुल ने कहा, “जाली नोटों से निपटने का उद्देश्य भी फर्जी है, क्योंकि अर्थव्यवस्था में मात्र दो फीसदी ही जाली नोट हैं।”