नई दिल्ली। किसान आंदोलन अब राजनीतिक रूख ले चुका है। जब तक किसान आंदोलन कर रहे थे तब तक ये किसान आंदोलन था। लेकिन अब किसानों के समर्थन में विपक्षी दल अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। विपक्षी दलों द्वारा किसानों के 8 दिसंबर को भारत बंद के ऐलान का भी समर्थन किया है। इसी बीच किसान संगठनों की ओर से आहूत ‘भारत बंद’ से एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार को नए कृषि कानूनों को वापस लेनी चाहिए। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि 8 दिसंबर को किसान क्रांति के समर्थन में शांतिपूर्ण भारत बंद है। हम इसका पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे। देश के अन्नदाता से अत्याचार और अन्याय असहनीय है। ‘अडानी-अंबानी कृषि क़ानून’ वापस लो!
किसान राजनीतिक दायरे से ऊपर उठकर एकजुट है-
बता दें कि कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने संवाददाताओं से कहा कि देश का किसान राजनीतिक दायरे से ऊपर उठकर एकजुट है। हरित क्रांति में नेतृत्व की भूमिका निभाने वाले पंजाब ने खेती व्यापारीकरण के खिलाफ क्रांति की है। हमें गर्व है कि कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। इसी बीच राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि 8 दिसंबर को किसान क्रांति के समर्थन में शांतिपूर्ण भारत बंद है। हम इसका पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे। देश के अन्नदाता से अत्याचार और अन्याय असहनीय है। ‘अडानी-अंबानी कृषि क़ानून’ वापस लो! कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत बंद पर कहा कि हम इसका पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे। देश के अन्नदाता से अत्याचार और अन्याय असहनीय है।
बीजेपी ने विपक्षी दलों पर साधा निशाना-
बीजेपी ने मोदी सरकार द्वारा लागू किये गए कृषि सुधारों के खिलाफ विपक्षी दलों के रुख पर सवाल उठाए हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज आरोप लगाया कि किसानों का एक वर्ग “निहित स्वार्थ” वाले कुछ लोगों के चंगुल में है और सरकार सुधारों को लेकर उनके बीच फैलाये गए भ्रम को दूर करने पर काम कर रही है। किसानों का एक वर्ग इन नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध में है।