अमेठी: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी में कांग्रेसी नेताओं की जमकर फटकार लगाई। राहुल ने कहा, ”नेता नहीं कार्यकर्ता बनकर काम करें।” कल उन्होंने वोटरों को कांग्रेस से जोड़ने और बूथ एजेंट के हवाले करने के लिए शक्ति प्रोजेक्ट लांच किया था, इस प्रोजेक्ट में एसएमएस के ज़रिए वोटर कांग्रेस से जुड़ सकता है।
कार्यकर्ता को अब सबको सुनना होगा
आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस समय अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दो दिन के दौरे पर हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने ख़ुद माना कि कांग्रेस में अब तक परंपरा चली आ रही थी नेता की तो सुनी जाती रही लेकिन कार्यकर्ता को बोलने का मौक़ा नहीं दिया गया। लेकिन अब ये सब नहीं चलने वाला, कार्यकर्ता को अब सबको सुनना होगा।
व्यापारियों के साथ की बैठक
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने व्यापारियों के साथ बैठक की। बैठक में राहुल ने कहा की नोटबंदी और जीएसटी ने मध्यम व्यापारियों को ख़त्म कर दिया, लोगों की जेब से पैसा निकालकर कुछ बड़े उद्योगपतियों को दे दिया गया। इस सरकार ने किसान की कमर तोड़ दी।
अपने इलाके में करे नेतागिरी
कांग्रेस अध्यक्ष ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को भी जमकर फटकार लगाई और कहा दिल्ली आना छोड़कर अपने इलाक़े में नेतागीरी करें। अब तो केंद्र के अलावा राज्य में भी बीजेपी की सरकार है कहीं भी किसी मुद्दे को लेकर इनको घेरा जा सकता है। एक युवा प्रवक्ता को यहां तक कहा आप भी एक कार्यकर्ता हैं और हर कार्यकर्ता प्रवक्ता है, जनता के बीच में वो पार्टी के बारे में बता सकता है।
कार्यकर्ताओं से लिया फीडबैक
इस दौरान कार्यकर्ताओं से फ़ीडबैक के लिए राहुल ने कार्यकर्ताओं के साथ क्लोज़ डोर मीटिंग की। जिसके बाद बड़े नेताओं के तो हाथ पैर फूल गए, लेकिन कार्यकर्ता ख़ुश नज़र आए और चर्चा रही की अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की राजनीति का अंदाज बदल गया है।