गुजरात। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस इन दिनों सक्रिय हो रखी है। चुनाव से कई दिनों पहले ही आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो रखा है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है लेकिन गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। जिसे आधार बनाकर कांग्रेस ने एक बार फिर से बीजेपी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि 16 अक्टूबर को पीएम मोदी गुजरात जाने वाले हैं इसलिए सरकार के दवाब में आने के कारण चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि तारीखों का ऐलान होने के बाद आचार संहिता लागू कर दी जाती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोक-लुभावन घोषणाएं नहीं कर पाते। विपक्षी पार्टियां लगातार चुनाव आयोग के इस फैसले पर कई सारे सवाल उठा रही है। विपक्षियों की तरफ से कहा जा रहा है कि जहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने की तैयारी की जा रही है तो फिर दो राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने में कैसी दिक्कतें आ रही हैं।
आपको बता दें कि गुरुवार शाह होते होते चुनाव आयोग की तरफ से हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनवा की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। लेकिन इस दौरान गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया। अटकलें लगाई जा रही थी कि दोनों ही राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं लेकिन गुरुवार को वह सभी अटकलें खारिज कर दी गई और हिमाचल चुनाव का ऐलान किया गया। मतदान के लिए 9 नवंबर तथा मतगणना के लिए 18 दिसंबर का दिन निर्दारित किया गया।