मुंबई। विवादित धर्म प्रचारक जाकिर नाईक पर शिकंजा कसता जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने जाकिर के भाषणों की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश भी मुंबई के पुलिस कमिश्नर को दे दिया है। गुरूवार को मुख्यमंत्री देवें द्र फडणवीस ने पुलिस आयुक्त को जाकिर के भाषणों के जांच का आदेश दिया है। इस आदेश से पहले कई मुस्लिम संगठनों ने भी जाकिर के भाषणों पर रोक लगाने की मांग की है।
इससे पहले केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने मुस्लिम धर्मोपदेशक के भाषण को बेहद आपत्तिजनक करार दिया था। साथ ही उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय इनके भाषणों की जांच कर उचित कार्रवाई करेगा।
विवादित धर्म प्रचारक जाकिर नाईक हाल में तब सुर्खियों में आए, जब खुलासा हुआ कि ढाका के चर्चित कैफे पर एक जुलाई को हमला करने वाले आतंकियों में दो उसके भाषणों से प्रेरित हुए थे।
मारे गए आतंकियों में शामिल बांग्लादेश में सत्तारूढ़ अवामी लीग के नेता का पुत्र रोहन इम्तियाज ने पिछले साल फेसबुक पर जारी एक संदेश में पीस टीवी के धर्म प्रचारक नाईक का हवाला दिया था, जिसमें नाईक ने कहा है, “सभी मुसलमानों से आतंकी बन जाने का आग्रह कर रहा हूं।”
नाईक मुंबई स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक है। ब्रिटेन और कनाडा ने दूसरे धर्मो के प्रति नफरत वाले भाषणों को लेकर उस पर प्रतिबंध लगा रखा है।