दिवाली आने से पहले ही देश पूरी तरह से सज गया है। सभी लोग दिवाली के लिए शॉपिंग करने में जुट गए हैं। दिवाली जैसे जैसे पास आ रही है वैसे वैसे लोगों का उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। दिवाली को हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। अब सबसे बड़े त्यौहार की तैयारियां भी कुछ अलग ही होनी चाहिए। इसलिए अलग अलग तरह लोग अपने घरों को सजाते हैं।
दिवाली आने से पहले ही पटाखों का शोर जगह जगह सुनाई देने लग जाता है। छोटे हो या बड़े, हर कोई पटाखे चलाने लग जाता है। तरह तरह के पटाखे बाजार में दिवाली के वक्त पर मिलते हैं। हालांकि इस बार मामला कुछ उल्टा ही है। इस बार कोर्ट द्वारा पटाखे जलाने पर बैन लगा दिया गया है। पिछली बार देखा जाए तो दिवाली के बाद प्रदूषण काफी ज्यादा बढ़ गया था। दिवाली पर पटाखों के कारण प्रदूषण कुछ इस तरह बढ़ा कि दिवाली के कई दिनों बाद तक लोगों को प्रदूषण भरी हवा में सांस लेना पड़ा। दिवाली के बाद हुए प्रदूषण में लोगों को लग रहा था कि यह धुंध है जो दिखाई दे रही है लेकिन जब लोगों को इस में सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा तब जाकर पता लगा था कि यह धुंध नहीं बल्कि फोग है।