पणजी। गोवा में एक राज्यसभा सीट के लिए शुक्रवार को वोट डाले जा रहे हैं। भाजपा की गठबंधन सरकार के उम्मीदवार विनय तेंदुलकर और कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शांताराम नाईक इस सीट के लिए मैदान में उतरे हैं।
दोनों के बीच मुकाबला है पर भाजपा समर्थित उम्मीदवार का पलड़ा भारी है क्योंकि इनके वोट ज्यादा भी हैं और राष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रास वोटिंग को देखते हुए इन्हें भी क्रास वोटिंग का लाभ मिलना संभावित है।
गौरतलब है कि गोवा में राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए शुक्रवार को मतदान हो रहा है इस सीट से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विनय तेंदुलकर और कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष और मौजूदा सांसद शांताराम नाईक चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, तेंदुलकर की जीत को पक्की माना जा रहा है, क्यों की 38 में से बीजेपी गठबंधन को 21 एमएलए का समर्थन मिल गया है| राष्ट्रपति चुनाव के लिए क्रॉस वोटिंग को ध्यान में रखते हुए, जो आज की गिनती की पुनरावृत्ति की संभावना के बावजूद सुर्खियों में आया।
गोवा की 40 सदस्यों की विधानसभा में भाजपा के 12 विधायक हैं , उनके सहयोगी दल गोवा फोर्वड पार्टी और महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी के तीन-तीन विधायक हैं और तीन निर्दलीय विधायकों के साथ विधानसभा में उनका आकंड़ा 21 पर पहुंचता है। राज्य में कांग्रेस के 16 विधायक हैं।
दो विधायक सिद्धार्थ कुकोलिनकर व विश्वजीत राणे ने पहले इस्तीफा दे दिया था। एनसीपी विधायक चर्चिल अलेमाओ ने अपने कार्ड्स को छिपा कर रखा। अलेमाओ ने कल कहा था वे किसे समर्थन दे रहें हैं किसी को नहीं बताना चाहते हैं। तेंदुलकर ने पहले ही अपनी जीत के प्रति विश्वास जताया था। उन्होंने कहा, ‘अधिक संख्या हमारे साथ है।‘ नायक ने भी चुनाव में जीत के प्रति उम्मीद जतायी।