लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में आबादी नियंत्रित करने से जुड़ी जनसंख्या नीति को जल्द लागू कर सकते हैं। खबरों के अनुसार इस पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, ऐसे में जनसंख्या नियंत्रित करना सरकार की भी जिम्मेदारी है।
कम जनसंख्या में लोगों को व्यवस्थाएं सही तरीके से मिल पाती हैं, कोरोना महामारी के दौरान ऐसा देखने को मिला जहां स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर बहुत सी महत्वपूर्ण चीजों की किल्लत देखने को मिली। बढ़ती जनसंख्या आने वाले समय में चिंता का बड़ा कारण बन सकती है।
विश्व जनसंख्या दिवस पर हो सकता है ऐलान
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता है, इसी दिन सीएम योगी आदित्यनाथ नई जनसंख्या नीति को जारी कर सकते हैं। इसमें परिवार नियोजन कार्यक्रम से जुड़ी बातें शामिल हो सकती हैं। जनसंख्या नियंत्रण ही नहीं, नवजात मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को भी कम करने पर जोर दिया जाएगा।
बता दें कि पिछली जनसंख्या नीति 2000 से 2016 तक थी, जिसकी अवधि अब समाप्त हो गई है। ऐसे में नई जनसंख्या नीति का प्रस्तुतीकरण जल्द ही किया जा सकता है।
विकास के लिए जनसंख्या वृद्धि नियंत्रण जरूरी
गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ और इससे जुड़ी बैठक में कहा कि प्रदेश के विकास के लिए यह जरूरी है कि जनसंख्या पर नियंत्रण लगाया जाए। इसका फायदा यह होगा कि प्रदेश के सभी लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी। शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य के कुशल प्रबंधन से आम लोगों को बहुत राहत मिलेगी।
इतना ही नहीं, डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत सभी नवजात, किशोर और वृद्धजनों की डिजिटल ट्रैकिंग भी की जाएगी। बैठक में सीएम योगी ने कहा कि गरीबी और अशिक्षा जनसंख्या बढ़ने के दो सबसे बड़े कारण है। लोगों के बीच में जागरूकता का अभाव है, जिसे फैलाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए सभी स्कूलों में हेल्थ क्लब भी बनाया जाएगा।