पटनाः बिहार में फ्री में सब्जी नहीं देने पर नाबालिग बच्चे को गिरफ्तार करने के मामले में पटना पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में 2 थाना प्रभारी और 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
आइए देखते हैं क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि, पालीगंज निवासी सब्जी विक्रेता अपनी पत्नी, बेटे और बेटी के साथ पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के चित्रगुप्त नगर में किराए के मकान में रहता है। वह और उसका नाबालिग बेटा महात्मा गांधी नगर में ठेले पर सब्जी बेचते हैं। 19 मार्च को जब नाबालिग ने मुफ्त में सब्जी नहीं दी तो पुलिस वाले ने उनके बेटे को धमकी दी।
घटना सीसीटीवी में कैद
वहीं जब 19 मार्च की शाम को जब सब्जी विक्रता का बेटा सब्जी बेचकर घर लौट रहा था तभी पुलिस वाले उसे झूठ बोलकर अपने साथ ले गए। यह पूरी घटना एक मिठाई की दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। पिता ने बताया कि जब उनका बेटा घर नहीं आया तो पूछताछ करने पर पता चला कि उसे बाइक लूटने के आरोप में 2 लड़कों के साथ जेल भेज दिया गया।
सादे पन्ने पर करवाए गए दस्तखत
वहीं पीड़ित पिता का कहना है कि जब वह बेटे से मिलने जेल गए तो उसने बताया कि जिन लड़कों के साथ उसे जेल में डाला गया है वह उनको जानता भी नहीं। इस दौरान पीडित पिता से पुलिस ने बद्सलूकी भी की थी।
नाबालिग को बुरी तरह पीटा
वहीं पीडित पिता ने आरोप लगाया कि उसके नाबालिग बच्चे को जेल में उसे बुरी तरह पीटा भी गया और सादे पन्ने पर उससे दस्तखत भी करवाए गए। वहीं मामले के उजागर होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए थे।