पीएम मोदी इन दिनों चीन में ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए हुए हैं। ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के बाद मंगलवार को पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीत द्विपक्षीय बातचीत हुई है। दोनों नेताओं की मुलाकात खत्म होने के बाद विदेश सचिव ने प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें दोनों देशों के नेताओं के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया गया है। उन्होंने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच सकारात्मक बात हुई है।
मीडिया को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि भारत की तरफ से मतभेदों को लेकर टकराव नहीं होने की बात कही गई है। विदेश सचिव जयशंकर ने बताया कि भारत की तरफ से बॉर्डर पर शांति बनाने और शांति के लिए संवाद बढ़ाने पर बात की गई है। विदेश सचिव ने बताया कि दोनों देशों के नेताओं में 1 घंटे बातचीत हुई है जिसमें विवादों को बातचीत से सुलझाए जाने पर बात हुई है। इसके साथ ही ब्रिक्स को और प्रासंगिक बनाने पर बात की गई है।
पीएम मोदी ने चीन से आपसी भरोसा बढ़ाने पर बात की गई है। वही शी जिनपिंग की तरफ से भारत और चीन बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश हैं। डोकलाम विवाद के बाद यह पहली द्विपक्षीय वार्ता है। आपको बता दें कि ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने आतंकवाद को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी। घोषणा पत्र के पेज नंबर 48 में आतंकवाद पर चिंता व्यक्त की गई है। जिसमें लिखा गया है कि भारत आस-पास के इलाकों में फैल रहे आतंकवाद पर चिंता व्यक्त करता है। घोषणा पत्र में आतंकवादी संगठनों का भी जिक्र किया गया था।