मणिपुर। 16 सालों के लंबे अनशन के बाद राजनीति में कदम रखने का ऐलान करने वाली ईरोम शर्मीला ने आज अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया है। पार्टी का नाम पीपल्स रिसर्जन्स एंड जस्टिस अलायंस होगा। मंगलवार को पार्टी की आधिकारिक घोषण की गई हालांकि अभी यह क्षेत्रीय स्तर की ही पार्टी होगी।
गौरतलब है कि मणिपुर मे होने वाले विधानसभा चुनाव में इरोम की पार्टी अपना प्रभाव दिखा सकती है, पार्टी हालांकि क्षेत्रीय है पर इरोम का स्वयं का असर लोगोें तक खूब है। यहां आपको याद दिला दें कि मणिपुर राज्य में आफस्पा हटाने की मांग को लकर इरोम ने 16 साल का अनशन किया था, हाल ही में उन्होने अनशन तोड़ा और राजनीति के क्षेत्र में आकर अपनी मांगों को पूरा कराने की कोशिश करेंगी। हालांकि उनके इस फैसले से उनकी कई करीबी लोगों ने उनसे दूरियां बना ली थीं। इन सब से परे मंगलवार को इरोम ने पार्टी का औपचारिक ऐलान कर दिया है।
इरोम ने कहा कि वह 2017 के विधानसभा चुनाव में मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी के खिलाफ लड़ेंगी। वह अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र खुरई से भी चुनाव लड़ेंगी।शर्मिला ने कहा, “मैं अफस्पा को निरस्त कराने के लिए मुख्यमंत्री बनना चाहती हूं। चूंकि इबोबी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सभी वर्ग के लोगों को संतुष्ट का रखा है, लिहाजा वे मुझे खारिज भी कर सकते हैं। लेकिन मैं जानना चाहती हूं कि क्या अन्य जिलों की जनता और खासतौर से पहाड़ी इलाके की जनता की भी अच्छी तरह देखभाल की जा रही है। चूंकि मेरा मिशन अफस्पा को निरस्त कराने का है, लिहाजा मैं मुख्यमंत्री के खिलाफ मैदान में उतरने जा रही हूं।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 20 उम्मीदवार उतारेगी, और उनमें से चार उम्मीदवारों के नाम तय हो चुके हैं।इससे पहले उन्होंने इम्फाल शहर के मध्य स्थित जॉनस्टोन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया, जहां मणिपुर की निर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र 18 अक्टूबर, 1948 को आयोजित किया गया था।शर्मिला ने कहा, “चूंकि यह लोकतंत्र की आधारशिला है, इसलिए मैं आशीर्वाद लेने आई हूं।”
उल्लेखनीय है कि देश की लौह महिला के नाम से लोकप्रिय शर्मिला ने सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम अफस्पा के खिलाफ अपना 16 वर्षो से जारी अनशन अगस्त महीने में तोड़ दिया था। उन्होंने कहा था कि वह 2017 में प्रस्तावित मणिपुर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी।