नई दिल्ली। भारत भी अन्य विकसित देशों की तरह अपने आप को विकाित करने में लगा हुआ है। आए दिन देश में वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग किए जा रहे हैं जो अपने आप को सक्षम बताने के लिए काफी हैं। आज की बढ़ती टेक्नोलॉजी के दौर में भारत अपने आप को अच्छा साबित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। इसी भारत के सुपर कंप्यूटर को शक्तिशाली कंप्यूटरों की रैंकिग में 63वां स्थान प्राप्त किया है। इस सुपर कंप्यूटर का निर्माण राष्ट्रीय सुपर कंप्यूटिंग अभियान के तहत किया गया है। इस सुपर कंप्यूटर का नाम ‘परम सिद्धि’ रखा गया है।
एनएसएम के तहत ‘परम सिद्धि’ सुपर कंप्यूटर का निर्माण-
बता दें कि सुपर कंप्यूटर के क्षेत्र में भारत, दुनिया की सबसे बड़ी अवसंरचनाओं के केंद्र में से एक है और यह परम सिद्धि-एआई की रैकिंग ने साबित कर दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि परम सिद्धि-एआई से हमारे राष्ट्रीय अकादमिक, विकास एवं अनुसंधान संस्थान मजबूत होंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क पर फैले उद्योग और स्टार्टअप को भी लाभ होगा। डीएसटी ने एआई प्रणाली से स्वास्थ्य सेवाओं को लाभ मिलने की बात कही है। उसका कहना है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी तकनीक की मदद से मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा। भारतीय सुपर कंप्यूटर को विश्व के 500 सबसे शक्तिशाली कंप्यूटरों की सूची में 63वां स्थान प्राप्त हुआ है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय सुपर कंप्यूटिंग अभियान (एनएसएम) के तहत ‘परम सिद्धि’ नामक कंप्यूटर का निर्माण किया गया है। सफलता पर डीएसटी के सचिव आशुतोष शर्मा ने कहा, “यह ऐतिहासिक क्षण है।
सबसे शक्तिशाली कंप्यूटरों की सूची जारी-
डीएसटी के वैज्ञानिक मिलिंद कुलकर्णी ने कहा कि कांफ्रेंस का आयोज साल में दो बार किया जाता है और शक्तिशाली कंप्यूटरों की सूची जारी की जाती है। सोमवार को सामने आई ताजा लिस्ट में गैर-वितरित कंप्यूटर सिस्टम के बीच परम सिद्धि को मान्यता मिली है। आपको बता दें कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली 500 कंप्यूटरों की लिस्ट में जापान के सुपर कंप्यूटर फुगाकू को दर्जा मिला। शर्मा ने जोर देते हुए बताया कि विज्ञान तकनीक और नवाचार के माध्यम से ‘आत्मनिर्भरता’ के हमारे सफर में शानदार हिस्सा है। बयान में कहा गया है कि मौसम की भविष्यवाणी भारतीय लोगों और स्टार्टअप के लिए वरदान साबित होगा।